रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दशकों बाद इस कदर ठंड पड़ रही है कि ठंड के मौसम का आनंद लेने वाले भी भीतर से कांप गए हैं। सालों बाद प्रदेश में ठंड ने इतना लंबा और अपना असल मिजाज दिखाया है। प्रदेश में हाड़ कंपाने वाली सर्दी का सामना लोगों को एक लंबे अरसे के बाद करने को मिला है। इससे पहले 90 के दशक में इस तरह की ठंड का सामना छत्तीसगढ़ के लोगों ने किया था।
प्रदेश की राजधानी रायपुर में दिन का तापमान जहांं अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस है, तो रात में पारा 8 डिग्री पर आकर थम जा रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ का शिमला कहलाने वाले मैनपाट में दिन का तापमान अधिकतम 5 डिग्री सेल्सियस पर आकर थम गया है, तो न्यूनतम तापमान 1 डिग्री तक उतर जा रहा है। यही हाल सामरी पाट का भी है।
छत्तीसगढ़ के अन्य हिस्सों की बात की जाए तो प्रदेश के चार संभाग दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर और सरगुजा में शीतलहर का प्रकोप बरकरार है और अनुमान के तहत फरवरी के पहले सप्ताह तक इसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। इसके बाद तापमान धीरे—धीरे चढ़ना शुरु होने की उम्मीद है।
बस्तर संभाग में भी ठंड का कहर बरकरार है, लेकिन शीतलहर का असर वहां पर नहीं देखा जा रहा है, जिसकी वजह से बस्तर के सभी जिलों में लोग कुछ राहत में हैं, हालांकि बस्तर में भी फिलहाल ठंड कमजोर नहीं पड़ेगी।
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक फरवरी का पहला सप्ताह शीतलहर की चपेट में रहेगा, इसके बाद जाकर थोड़ी राहत प्रदेश में मिल पाएगी। तब तक प्रदेश के लोगों को धैर्य बनाकर रखना होगा और ठंड से बचने के लिए उपाय करना होगा।