- गणतंत्र दिवस पर की गई मुख्यमंत्री की घोषणा पर तत्काल शुरू हुआ अमल
- 42 प्रकार के स्वास्थ्य परीक्षण निःशुल्क होंगे और दवाईयां भी निःशुल्क मिलेंगी
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस गणतंत्र दिवस पर राज्य के सभी शहरों की स्लम बस्तियों में रहने वालों को एक बड़ी सौगात दी है। अब यहां के रहवासियों को इलाज के लिए, या खून की जांच और अन्य स्वास्थ्य परीक्षण के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। अब उनके इलाके में मोबाइल मेडिकल यूनिट (mobile medical unit) डॉक्टर्स के साथ खड़ी रहेगी। अब प्रदेश के सभी शहरों को मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना का फायदा मिलेगा।
इस मोबाइल मेडिकल यूनिट (mobile medical unit) में 42 प्रकार के टेस्ट की निःशुल्क सुविधा भी होगी। साथ ही दवाईयां भी मुफ्त मिलेंगी। इसके लिए ‘मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना’ (Chief Minister Slum Health Scheme) सभी 169 शहरों में शुरू करने की घोषणा की गई है।
वर्तमान दौर में कारगर है ये स्कीम
पहले ये योजना राज्य के सभी 14 नगर पालिक निगम में 1 नवम्बर 2020 से सफलता पूर्वक संचालित हो रही थी। इस योजना के लाभ को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी शहरों में इसे लागू करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय कोरोना महामारी के मद्देनजर और भी कारगर साबित होगा, क्योंकि डॉक्टर्स से मिलने लोगों को अब अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा।
सरकार के उद्देश्य को पूरा कर रही स्कीम
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना (Chief Minister Slum Health Scheme) के शुरू होने से सभी वर्गों को इसका फायदा मिलेगा। हर गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति चाहता है कि जब वह बीमार पड़े तो उसे अपने इलाज के लिए भटकना न पड़े। छोटी-छोटी बीमारी के लिए अपने काम धंधे बंद कर डाक्टरों से समय लेना और लाइन में लगकर इलाज कराने से हर कोई बचना चाहता है। लोगों की जरूरतों को ध्यान रखते हुए छत्तीसगढ़ में शुरू की गई मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना (Chief Minister Urban Slum Health Scheme) अब इन्हीं उद्देश्यों और लक्ष्यों को पूरा कर रही है।
21 फरवरी तक शुरू करने का लक्ष्य
वर्तमान में राज्य के 14 नगरीय निकायों में 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) के माध्यम से योजना का क्रियान्वयन संबंधित जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद वर्तमान में सेवारत 60 एमएमयू में अतिरिक्त 60 एमएमयू शामिल किए जाएंगे। इस तरह से प्रदेश के 169 शहरों में 120 एमएमयू के माध्यम से योजना का संचालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद योजना के महत्व को देखते हुए इसे 21 फरवरी 2022 तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
14 लाख से ज्यादा लोगों ने लिया लाभ
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रति नागरिकों के लगाव को देखें तो योजना के अंतर्गत अब तक 20 हजार 928 कैंपों का आयोजन मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से किया जा चुका है। इन कैंपों में 14 लाख 64 हजार 195 मरीज अपना इलाज करा चुके हैं। एमएमयू में इलाज के लिए एमबीबीएस डॉक्टर की पदस्थापना होती है। एमएमयू की प्रयोगशाला में कुल 42 प्रकार के टेस्ट मुफ्त होते हैं।
285 प्रकार की दवाइयां मुफ्त
अब तक 2 लाख 75 हजार 388 मरीज मुफ्त प्रयोगशाला से लाभांवित हो चुके हैं। एमएमयू में कुल 285 प्रकार की दवाइयां मुफ्त दी जाती हैं। इससे अभी तक 12 लाख 19 हजार 523 मरीजों ने मुफ्त दवा वितरण का लाभ लिया है। मरीजों को दवाइयों का वितरण डॉक्टर की पर्ची के आधार पर फार्मासिस्ट द्वारा किया जाता है।
सारी प्रक्रिया कंप्यूटराइज्ड
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत एमएमयू में मरीजों की जांच की पूरी प्रक्रिया कंप्यूटराइज्ड की गई है। मरीजों का पंजीयन, डॉक्टर की पर्ची और फार्मासिस्ट द्वारा दवा वितरण का कार्य पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड है। प्रक्रिया में कहीं चूक ना हो और मरीजों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके इसके लिए सीनियर विशेषज्ञ डाक्टरों द्वारा इसका ऑडिट भी किया जाता है।
2 हजार से ज्यादा कैंप होंगे आयोजित
इस सेवा विस्तार से राज्य के 169 शहरों में 120 एमएमयू के माध्यम से हर महीने करीब 2 हजार 880 कैंप आयोजित होंगे और करीब 1 लाख 80 हजार मरीजों का गुणवत्तापूर्ण इलाज संभव हो सकेगा। सुविधा विस्तार के लिए शासन द्वारा सेवा प्रदाता चयन की कार्यवाही सभी जिलों में पूर्ण कर ली गई है और बसों में एमएमयू के लिए अस्पताल की सुविधाएं विकसित करने के लिए निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही कैंप प्लानिंग, डॉक्टर और स्टाफ की ड्यूटी रोस्टर, दवा वितरण आदि व्यवस्थाओं की तैयारियां सभी शहरों में प्रगति पर हैं।