सात साल के बैन के बाद केरल क्रिकेट एसोसिएशन (KCA) ने विवादों में रहे तेज गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत को फिर से राज्य की टीम में शामिल करने का फैसला किया है। 37 साल के एस श्रीसंत का बैन सितंबर में समाप्त हो रहा है और इसके बाद वे राज्य की रणजी क्रिकेट टीम में खेल सकते हैं। साल 2013 में आइपीएल के एक मैच में स्पॉट फिक्सिंग करने के दोषी पाए जाने के बाद उनको बीसीसीआइ ने बैन कर दिया था।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने एस श्रीसंत को लाइफटाइम के लिए क्रिकेट से बैन किया था, लेकिन इसके खिलाफ श्रीसंत ने लड़ाई लड़ी और फिर 2018 में केरल हाई होर्ट ने भी उन पर आजीवन प्रतिबंध लगाने के बीसीसीआइ के फैसले को रद्द कर दिया था, लेकिन 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने उनके अपराध को बरकरार रखा और बीसीसीआइ को सजा की मात्रा कम करने को कहा। बाद में बीसीसीआइ के लोकपाल ने उनके आजीवन प्रतिबंध को कम करके सात साल कर दिया था जो सितंबर 2020 में समाप्त हो जाएगा।
कोच्चि में श्रीसंत ने कहा है, “मुझे मौका देने के लिए मैं वास्तव में केसीए का ऋणी हूं। मैं अपनी फिटनेस के साथ खेल में तूफानी वापसी करूंगा। सभी विवादों पर लगाम लगाने का समय आ गया है।” हाल ही में केरल क्रिकेट संघ ने पूर्व तेज गेंदबाज टीनू योहानन को टीम का कोच नियुक्त किया था। केसीए के सचिव श्रीतिथ नायर ने कहा कि उनकी वापसी राज्य टीम के लिए एक संपत्ति होगी।