रायपुर। छत्तीसगढ़ के तिल्दा में एक बुजुर्ग को शातिराना तरीके से लुटने की योजना बैंक में पदस्थ एक महिला अधिकारी ने बनाई। इंडस्इंड बैंक में बतौर असिस्टेंट मैनेजर 30 वर्षीय महिला ने 73 साल के बुजुर्ग को अपना शिकार बनाया, उनका एटीएम हथिया लिया और अपनी जरुरतों के लिए रकम का आहरण करती रही। गजब तो यह था कि बैंक की इस महिला अधिकारी ने उनके परिजनों का बीमा करवा दिया और इसमें भी रकम की हेराफेरी कर बैठी।
तिल्दा के रहने वाले रिटायर कर्मचारी 73 साल की मनहरण दास वैष्णव का खाता तिल्दा के इंडसइंड बैंक की ब्रांच में था। मामले में आरोपी सुष्मिता त्रिपाठी नाम की असिस्टेंट मैनेजर को यह बात पता थी कि बुजुर्ग ATM यूज करना नहीं जानते। इसका गलत फायदा उठाकर बुजुर्ग का ATM अपने पास रख लिया, बैंक अकाउंट की सारी डीटेल तो पहले से ही सुष्मिता के पास थी। वो बुजुर्ग के खाते से रकम निकालती रही। कभी रोज की जरूरत के लिए 100-150 तो एक बार 40 हजार रुपए तक निकाले। बिना बताए बुजुर्ग के परिवार का बीमा कर दिया।
भाग गई थी पूणे
बीमा प्रीमीयम जमा नहीं हुआ तो बुजुर्ग के पास एक लैटर पहुंचा, तब उन्हें पता चला। खाते की जांच घरवालों ने की तो रकम निकाले जाने की बात सामने आई। परिवार शिकायत लेकर बैंक पहुंचा तो तिल्दा ब्रांच के मैनेजर सुनील कुमार देवांगन डिप्टी मैनेजर प्रताप कुमार दास, रीजनल मैनेजर बृजेश तिवारी ने इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश की और सुष्मिता भी भागकर पुणे चली गई।
गिरफ्तार कर लाई पुलिस
सुष्मिता की गिरफ्तारी की लिए टीम पुणे रवाना हुई अब इसे पकड़कर तिल्दा थाने की पुलिस रायपुर ले आई है। पुलिस को पता चला है कि सुष्मिता त्रिपाठी के खिलाफ बिलासपुर के सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी का एक और केस दर्ज, इससे पूछताछ की जा रही है।