दुर्ग। जिले के बाल सुधार गृह से भाग खड़े हुए बच्चों को चाइल्ड हेल्प लाइन ने रेस्क्यू कर लिया है। इन बच्चों के पकड़ में आने के बाद सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इन बिगडै़ल बच्चों को सुधारने के लिए बाल सुधार गृह में रखा गया था, लेकिन इन बच्चों ने बताया कि यहां पदस्थ महिला बाल कल्याण अधिकारी ही उन्हें बिगड़ने के लिए मजबूर करती है। वह इन बच्चों को अश्लील वीडियो दिखाती है और उन हरकतों को दोहराने के दबाव बनाती है। इस खुलासे के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
बाल अपराध के मामले में बाल सुधार गृह में रखे गए चार बच्चें भाग निकले थे। सूचना के बाद चाइल्ड हेल्प लाइन ने दोबारा उन्हें पकड़ लिया और सीडब्लूसी के हवाले कर दिया। इन बच्चों से जब भागने की वजह पूछी गई, तब बच्चों ने बताया कि महिला एवं बाल विकास अधिकारी उन्हें उकसाने का काम करती थी। मोबाइल पर अश्लील वीडियो दिखाती और वैसा कृत्य करने के लिए दबाव बनाती थी। नहीं करने पर उन्हें भाग जाने पर मजबूर करती थी।
बहरहाल इस पूरे मामले की जानकारी कलेक्टर को मिलने के बाद उन्होंने जांच टीम गठित की है, तब तक उस महिला अधिकारी को बाल सुधार गृह आने से मना कर दिया गया है।