बिलासपुर। जिले में बकरी चराने निकले चार दिन से गायब 17 साल के लड़के की लाश पेड़ पर फंसा हुआ था। पेड़ के बीच से 11 KV हाईटेंशन तार गुजरी है। पुलिस को आशंका है कि बकरियों के लिए पत्ते तोड़ने पेड़ में चढ़ने के बाद करंट की चपेट में आने से उसकी मौत हुई होगी। इधर, चार दिन से परिजन और पुलिस उसकी तलाश कर रहे थे। घटना कोटा थाना क्षेत्र (Kota Police Station Area) की है।
ग्राम घोड़ामार निवासी संतोष गोंड पिता कृपाल गोंड (17) बकरी चराता था। 18 फरवरी की सुबह वह घर से बकरियों को लेकर चराने निकला था। इसके बाद वह घर वापस नहीं आया। इससे परेशान परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। दो दिन तक कहीं पता नहीं चलने पर उन्होंने शनिवार को इस घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस गुमशुदगी का मामला दर्ज कर उसकी तलाश कर रही थी।
पेड़ पर मिली लाश
सोमवार दोपहर करगी-बीजा मार्ग में ग्रामीणों को बदबू आई, तब उनकी नजर ठाकुर बगीचा में लगे पेड़ पर गई। उसमें पेड़ की टहनियों के बीच नाबालिग की लाश लटक रही थी। आसपास के लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने संतोष के परिजन को बुलाकर शव की पहचान कराई। तब उन्होंने बालक की पहचान संतोष के रूप में की।
बकरियों के लिए पत्ता तोड़ने चढ़ा था बालक
थाना प्रभारी दिनेश चंद्रा ने बताया कि लड़के का शव करंट से बुरी तरह झुलकर काला पड़ गया था। जिस तरीके से उसकी लाश पेड़ पर मिला है। इससे आशंका जताई जा रही है कि वह बकरियों के लिए पत्ता तोड़ने पेड़ पर चढ़ा होगा। उसकी नजर 11 KV बिजली तार पर नहीं गई होगी और वह करंट की चपेट में आकर चिपक गया होगा। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पीएम रिपोर्ट के बाद उसके मौत का राज खुलेगा।
बिजली सप्लाई बंद करवाकर निकला गया शव
पेड में फंसे नाबालिग के शव को उतारने के लिए पुलिस को ग्रामीणों की मदद लेनी पड़ी। इससे पहले बिजली विभाग से संपर्क कर बिजली सप्लाई बंद कराया गया। फिर ट्रैक्टर मंगाकर शव को रस्सी से बांध कर नीचे उतारा गया। इस दौरान शव को नीचे लाने के लिए पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।