सूरजपुर। प्रदेश में हाथियों की मौत का सिलसिला बदस्तुर जारी है, लेकिन वन विभाग आंखे मूंदकर बैठा है। हाल के दिनों में 6 हाथियों की मौत हुई है, जिसकी जानकारी सामने आई है, लेकिन एक हाथी की मौत करीब माहभर पहले हो चुकी थी, उसका शव जंगल में पड़ा रहा, शरीर पूरी तरह खोखला हो गया, कीमती दातों को तोड़ लिया गया, पर वन विभाग ने उसकी सुध तक नहीं ली।
हाथी की मौत को दफन करने की साजिश रची गई थी, लेकिन मामला मौत के दो महीने बाद खुलकर सामने आ गया है। दरअसल, एक माह पूर्व 11 मई 2020 को सूरजपुर वन मंडल के प्रतापपुर रेंज के मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर करंजवार में एक हाथी का शव मिला था। जिस हालात में शव मिला, उसे देखकर अनुमान लगाया गया कि उस हाथी की मौत को करीब एक माह का समय हो चुका है। हाथी के शरीर में केवल उसका खाल नजर आ रहा है।
हाथी नर था और उसके दांत भी गायब हो गए परंतु वन विभाग को डेढ़ माह तक पता ही ना लगा। पोस्टमार्टम के बाद शव दफन कर दिया गया और मामले को भी दफन किया जा रहा है, लेकिन वन विभाग को इस बात का जवाब देना पडे़गा।