रायपुर। दुनियाभर के वैज्ञानिक लगातार कोविड-19 की दवाई खोजने में लगे हैं। ऐसी दवाई या वैक्सीन जो कोरोना संक्रमण से बचने का पक्का इलाज हो। हाल की ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने पाया है कि डेक्सामेथासोन नामक दवाई कोविड के मरीजों को देने पर उनकी स्थिति में काफी तेजी से सुधार हुआ है। जो मरीज गंभीर स्थिति में थे उनमें मृत्युदर भी 35 प्रतिशत तक घट गई है।
डोज और प्रभाव की जानकारी
-डेक्सामेथासोन कोरोना मरीजों को 7 से 10 दिन तक एक सीमित मात्रा में दी जा रही है। इसकी कुल डोज की संख्या और डोज की मात्रामरीज की स्थिति पर निर्भर होती है। लेकिन एक मरीज को यह दवाई 8 एमजी के अंदर-अंदर ही देनी होती है।
ऐसे काम करती है यह डेक्सामेथासोन-जब शरीर में कोरोना वायरस पहुंचता है और अपनी संख्या बढ़ाने का प्रयास करता है तो व्यक्ति शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी और डिफेंस मकैनिज़म ऐक्टिव हो जाता है। इस दौरान बॉडी में हर समय घूमती रहने वाली इम्युनिटी सेल्स शरीर के अन्य हिस्सों में फैली इम्युनिटी सेल्स को वायरस के अटैक की सूचना देती हैं।
इस सूचना को पाकर बहुत तेजी से इम्युनिटी सेल्स शरीर में उस स्थान पर पहुंचने लगती हैं, जहां वायरस ने अटैक किया होता है। साथ ही हमारे शरीर के डिफेंस मकैनिज़म को यह सूचना पहुंचा दी जाती है कि वह तेज गति से इम्युन सेल्स का प्रोडक्शन बढ़ा दे। इससे अधिक मात्रा में हमारा शरीर रोग प्रतिरोधक और फाइटर सेल्स का निर्माण करने लगता है।