रूसी सेना (russian army )के यूक्रेन की सीमा के घूसने के बाद लगातार दोनों देशों के बीच संघर्ष(conflict between ) जारी है। ज्योतिषियों (astrologers )के अनुसार रूस और यूक्रेन के बीच शुरू जंग का एक कारण ग्रहों की युति भी है। ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी(pravin driwedi ) के अनुसार, इस समय मकर राशि( में ग्रहों का अशुभ योग बन रहा है, जिसके कारण पूरी दुनिया में अराजकता का माहौल बनता दिखाई दे रहा है।
read more : 4 फरवरी का राशिफल: इन राशि के जातकों का हो सकता है प्रमोशन, होगी पैसों की बरसात
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब दो उग्र स्वभाव वाले ग्रह एक ही राशि में होते हैं युद्ध और देशों में तनाव जैसी स्थिति बनती है। इसके बाद 27 फरवरी को शुक्र भी इस राशि में प्रवेश । इस प्रकार एक ही राशि में 5 ग्रह होने से विश्व भर में इसका नकारात्मक प्रभाव(negative impact ) देखने को मिलेगा।
ख़ास बातें (special things )
1 . ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, सन 1962 हो या 1992-93 जब भी शनि का गोचर मकर राशि में होता है तो इसका असर पूरी दुनिया (world )पर दिखाई देता है।
2. मकर राशि में रहते हुए शनि भारत, रूस एवं अफगानिस्तान और उसके आसपास के क्षेत्रों में हमेशा युद्ध के हालात का निर्माण करता है। 1962 में भारत-चीन के मध्य युद्ध हुआ था। 1992 में अफगानिस्तान में गृह युद्ध के बाद तालिबान को कब्जा हुआ था।
3. शनि का मकर राशि में गोचर 28 अप्रैल 2022 तक रहेगा। तब तक पूरे विश्व में तनातनी(tension in the world ) का माहौल रहेंगा। हिंसा, रक्तपात, युद्ध, रोग आदि यह चलते रहने की संभावनाएं है।
4. शनि के साथ 27 फरवरी से मंगल का गोचर भी आरंभ हो जाएंगा जो और नुकसान (damage )दायक हो सकता हैं।