India-China Border Tension, एलएसी पर चीन से तनातनी के बाद सीमा पर हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। हालात को लेकर शाम 5 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सर्वदलीय बैठक (All-Party Meeting) बुलाई है। इस बैठक में अलग-अलग पार्टियों के अध्यक्षों को आमंत्रित किया गया है। इस वर्चुअल बैठक में सभी दलों को पिछले कुछ दिनों से चीन के साथ चल रहे तनाव की जानकारी दी जाएगी। इस बीच एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प के दौरान चीन ने 4 अधिकारियों समेत 10 भारतीय जवानों को पकड़ लिया था, जिन्हें मेजर जनरल स्तर की वार्ता के बाद चीन ने वापस लौटा दिया है।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में आज 20 पार्टियां हिस्सा लेंगी। इस वर्चुअल बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा भी हिस्सा लेंगे। रक्षा मंत्री ने कल पीएम की ओर से सभी नेताओं को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया।
– एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि गलवन घाटी में भारत-चीन के बीच मेजर जनरल स्तर की वार्ता के बाद चीनी सेना द्वारा चार अधिकारियों सहित दस भारतीय सैनिकों को वापल लौटा दिया है। 15-16 जून को दोनों देशों के बीच हिंस झड़प में एक कर्नल समेत 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
– भारत-चीन के बीच गलवान घाटी में हुई झड़प में जान गंवाने वाले सिपाही जय किशोर सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
– भारत-चीन गतिरोध पर पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन शामिल होंगे।
– राष्ट्रीय जनता दल बिहार में सबसे बड़ी पार्टी है और संसद में इसके 5 सांसद हैं, लेकिन हमें आज की सर्वदलीय बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है। हम राजनाथ सिंह जी से पूछना चाहते हैं कि राजद को क्यों आमंत्रित नहीं किया गया: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव
– शाम 5 बजे होने वाली सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, उद्धव ठाकरे, शरद पवार, अखिलेश यादव, हेमंत सोरेन, ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू शामिल होंगे। भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल केंद्र सरकार से सवाल कर रहे हैं। हालांकि, सभी दलों ने केंद्र सरकार के साथ खड़े होने की बात कही है।
– उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-तिब्बत सीमा के पास नीती गांव में चीन के खिलाफ स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। एक ग्रामीण का कहना है, ‘हमें गलवन घाटी में अपने सैनिकों की जान जाने के बारे में सुनकर पीड़ा हो रही है। हम किसी भी स्थिति में भारतीय सेना की सहायता करने के लिए तैयार हैं।’