जमीन विवाद को लेकर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के बेटे की कुछ लोगों ने पीट—पीटकर हत्या कर दी है। इस हत्याकांड के बाद पूरे इलाके में जहां तनाव पसर गया है, वहीं हत्याकांड के आरोपियों को तलाशने में पुलिस के पसीने छूटने लगे हैं। प्रदेश में चुनावी माहौल के दौरान हत्या की वारदात ने पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं।
मिल रही जानकारी के मुताबिक पूरा मामला उत्तरप्रदेश के कानपुर जिले के देहात क्षेत्र पुखरायां का है। यहां पर एक विवादित जमीन पर को लेकर विवाद में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी के बेटे अंबरेश तिवारी की हत्या कर आरोपी फरार हो गए हैं। हत्याकांड के बाद से पूरे इलाके में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
विरोध करने पर हत्या
जानकारी के मुताबिक पुखरांया में एक विवादित जमीन है, जिस पर निर्माण कराने की जानकारी मिलने पर अंबरेश तिवारी अपने दोस्तों के साथ वहां पहुंचा। अंबरेश ने निर्माण कार्य का विरोध किया तो दबंगों ने उसे लाठी-डंडों ने पीटना शुरू कर दिया। यह देखकर अंबरेश के दोस्त मौके से भाग गए और मामले की सूचना पुलिस को दी।
समय पर नहीं पहुंची पुलिस
सूचना मिलने के बावजूद पुलिस समय पर मौके पर नहीं पहुंची। जिसके बाद उन्होंने अंबरेश के घर वालों को सूचना दी। इसके बाद परिजन आनन-फानन घटनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान अंबरेश लहूलुहान मिला तो परिजन उसे पुखरायां सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। भाजपा नेता के बेटे की मौत की सूचना पर पुलिस अधिकारी हरकत में आए और मौके पर पहुंचे।
थाने में जमकर हंगामा
हत्याकांड से आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ता थाने पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके साथ ही तनाव को देखते हुए इलाके में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। उधर, दबंग घटना को अंजाम देने के बाद से फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। मामले में कानपुर देहात अपर पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरासिया ने बताया कि हमले में घायल पूर्व भाजयुमो उपाध्यक्ष की मौत हो गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। परिजनों से मिली तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।