रायपुर- गरियाबंद मेहनत और लगन से प्रथमजीत ने वो कर दिखाया जो हजारों-लाखों का सपना होता है. इस बच्चे की सफलता के बाद हर कोई इसकी तारीफ़ कर रहा है बेटे की इस सफलता अब न सिर्फ परिवार गौरान्वित महसूस कर रहा है रायपुर ही नहि बल्कि उनके पैतृक ग्राम गरियाबंद में भी जश्न का माहौल है और हर कोई इस 19 साल के युवा पायलट की तारीफ कर रहा है. क्योंकि छत्तीसगढ़ का यह बेटा प्राइवट पायलेट बन चुका है और अब कमर्शियल पायलेट बनने की तैयारी में है
प्रथमजीत हुंदल पायलट बन उड़ाएगा सभी प्रकार के विमान
प्रथमजीत हुंदल पायलट बन उड़ाएगा सभी प्रकार के विमान
कहते है मंजिले उन्हीं को मिलती है,जिनके सपनों में जान होती है. पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है. ये कहावत चरितार्थ कर दिखाया है गारियाबंद जिले के बेटे ने. अपने कठिन परिश्रम से प्रथमजीत ने वह मुकाम हासिल किया, जिसकी कल्पना परिजनों ने कभी नहीं की थी. दरअसल प्रथमजीत हुंदल फ़्लाईग स्कूल फ़्लोरिडा मियामी अमेरिका USA में ट्रेनिंग कर रहा है जहां उसे 6 महीनेनके भीतर ही प्राइवेट पायलट लाइसेन्स PPL का लायसेंस मिल गया है यहां और 12 महिने के प्रशिक्षण बाद प्रथमजीत सिंग पायलट बन जाएगा. प्रथमजीत की सफलता न सिर्फ गांव, बल्कि जिले सहित प्रदेश के लिए गर्व की बात है.
डेढ़ साल चलेगी प्रथमजीत की ट्रेनिंग
विक्रम जीत हुंदल और माने हूँदल का बेटा प्रथमजीत की उम्र तकरीबन 19 वर्ष है, हाल ही में प्रथम जीत ने पायलट बनने की परीक्षा दी थी. जिसके बाद उसका चयन फ़्लाईग स्कूल फ़्लोरिडा मियामी अमेरिका USA हुआ है. प्रथम जीत कमर्शियल पायलट बन कर वापस इंडिया आ कर उड़ान भरेगा अभी फ़िलहाल उसे तकरीबन डेढ़ साल कड़ी मेहनत ट्रेनिंग उन्हें करनी होगी. तब वह सभी प्रकार की विमान, उड़ा पाएगा
जिले का पहला युवक
जिले का पहला युवक
वैसे प्रथम जीत गरियाबंद जिले की पहला युवक है जिसका चयन पायलट के लिए हुआ है. प्रथमजीत की माने तो जब वह जब से होश सम्भाल है तभी से ही उसने पायलट बनने का सपना देखा था और 12वीं के बाद उन्होंने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी थी. प्रथम ने बताया कि इसके लिए उसने कोचिंग नहीं की, बल्कि सेल्फ स्टडी के माध्यम से लिखित परीक्षा दी थी. वे बताते है कि उसके इस प्रयास में परिवार ने भरपूर मदद की. प्रथम जीत का सपना है कि वह भविष्य में बोइंग विमान उड़ाए और अपने रायपुर एवं गरियाबंद ज़िले के साथ प्रदेश और अपने समाज का नाम रौशन कर सके,
वही अपनी बेटे की इस उपलब्धि पर परिवार का कहना है उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनका बेटा एक दिन पायलट बन कर अपने और हमारे सपनो को सच कर दिखाएगा पर भरोसा ज़रूर था .चुकी प्रथम बचपन से इस सपने को पूरा करना चाहता था इसलिए पूरे परिवार ने मिलकर उनकी साथ दिया और आज अपने बेटे पर उन्हें फक्र है. बहरहाल प्रथमजीत की सफलता से परिवार सहित गरियाबंद जिला बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे है वही इसके लिए प्रथम जीत को शुभकामनाएं दे रहे हैं.
पिता विक्रम हुंडल ने कहा
मुझे ऐसा लग रहा जैसे मै सपना देख रहा हूँ मेरे बेटे आज वो कर दिखाया जो उसने ठाना था मै अपने गाँव के सभी माता पिता से विनीता करता हूँ वो अपने बच्चों को वो क्या बनाना चाहता इस बात फ़ैसला वो ना करे वो उन बच्चों पर छोड़ दे हर बच्चा स्पेशल होता है, ये ज़रूरी नहीं की वो सफल हो ज़रूरी ये है की उसने वो कार्य करने की हिम्मत की वो जो बनाना चाहता है अगर कड़ी मेहनत लगन से कोई भी बच्चा अपने लक्ष्य को साध कर चलता है तो वो एक ना एक दिन ज़रूर सफल होगा और सफलता उसकी कदम चूमेगी ,लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।
नगर पालिका अध्यक्ष ग़फ़्फ़ु मेमन ने कहा प्रथमजीत गाँव से आए बच्चों का रोल मॉडल बनेगा
ये ज़िले ही नहि पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है मै प्रथमजीत को उसके बचपन से जनता हूँ वो क्लास 2 में था तब मैंने उसे एक दफे उससे पूछा था तुम क्या बनाना चाहते हो प्रथम ने मुझसे कहा था वो बड़ा हो कर पायलट बनाना चाहता है
बचपन में जब बच्चों से पूछो कि वो बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं तो कई बच्चे पायलटया डाकटर जरूर कहते हैं. मगर बड़े होते-होते उनका पढ़ाई से मन उचटने लगता है और इंटरनेट की ओर ज्यादा ध्यान चला जाता है पर प्रथम जीत ने अपने कड़ी मेहनत और परिश्रम से इस मुक़ाम को पा लिया और आजा वो पायलट बन गया मै इसके लिए उनके पूरे परिवार को बधाई देता हूँ ,
प्रथमजीत को पायलट बनने पर इन्होंने ने दी बधाई, नपा अध्यक्ष गाफु मेमन उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोनेटेके आशु डडसेना अभय गणोरकर अमित ठक्कर विकास रोहरा इमरान मेमन अमीन मेमन सलीम मेमन दीपक सरवैय्या गिरीश शर्मा सौरभ देवांगन जीतूँ सेन प्रकास शरवैय्या वैभव ठक्कर गौरव पटेल दीपक सिन्हा अनुराग केल क्षितिज गुप्ता पीयूष सिन्हा अंकित सिन्हा तरुण देवागन तन्मय साहू सानु निकेत