क्या छत्तीसगढ़ बीजेपी में कुछ ठीक नहीं ?
भारतीय जनता पार्टी के विशेष आमंत्रित सदस्य विनोद गोस्वामी ने बीजेपी को टाटा बाय बाय बोल दिया है। गोस्वामी ने पूर्व सीएम रमन सिंह पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि उनके राज में किसान, मजदूर, व्यापारी और बेरोजगार युवकों के हित में कोई भी काम नहीं हुआ। उनके नेतृत्व में किसान सर्वाधिक परेशान और प्रताड़ित रहा है । किसानों के धान समर्थन मूल्य में बढोत्तरी कर 2500 रूपए किये जाने की मांग जैसे अतिसंवेदनशील मुद्दे को ठंडे बस्ते में डालकर किसानों को लगातार छला गया था। जबकि इसके लिये उस दौरान पार्टी के अनेक वरिष्ठजनों ने कई बार निवेदन किया था। इसी तरह धान के बोनस, प्राकृतिक आपदा में मुआवजा, फसलों की क्षतिपूर्ति और अन्य समस्याओं को लेकर विशेष रूप से लघु और सीमान्त छत्तीसगढ़िया किसान परेशान थे।
मोबाइल वितरण योजना, आउटसोर्सिंग पर भी उठाए सवाल
विनोद गोस्वामी ने बताया कि धान के समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी एवं बोनस जैसे मुद्दों में आंखें मूंदकर रमन सिंह ने प्रदेश में मोबाइल वितरण जैसे अनुपयोगी चीजों में हजारों करोड़ खर्च कर राजकोष को खाली कर दिया। इसी प्रकार रमन सिंह के शासन काल के दौरान पार्टी से लेकर प्रशासन तक बाहरी लोगों का ही बोलबाला रहा। जबकि प्रदेश की अनेक प्रतिभाओं जिसमें पार्टी के आधारस्तम्भ कार्यकर्ता, प्रदेष के अनेक प्रतिभावान अधिकारी और कर्मचारियों को किनारे कर बाहरी लोगों को महत्व देकर छत्तीसगढ़ियों को अपमानित किया गया। डॉ.रमन के कार्यकाल में संविदा और आउट सोर्सिग को महत्व देते हुए स्थानीय और प्रदेशवासियों को किनारा किया जाना सर्वाधिक अहितकर रहा है।
कौन हैं विनोद गोस्वामी?
विनोद गोस्वामी सन 1980 अविभाजित मध्यप्रदेश के कद्दावर नेता अर्जुन सिंह के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करते हुए युवक कांग्रेस, सेवादल,अध्यक्ष जिला काँग्रेस कमेटी से प्रदेश कांग्रेस सचिव तक विभिन्न पदों पर रहते हुए कांग्रेस पार्टी में अपनी एक अलग पहचान बनायी थी।
विनोद गोस्वामी ने पार्टी अध्यक्ष को सौपे अपने त्यागपत्र सहित विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि उनके राजनैतिक जीवनकाल के प्रारंभ से ही राजनांदगांव और कबीरधाम उनकी राजनैतिक कर्मभूमि रही है। इन दोनों ही जिलो के अनेक पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता पार्टी में आज भी घुटन महसूस कर रहे है। यही कारण है कि उन्होनें भाजपा के प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों को त्याग दिया।