12 मार्च 1993 को आज ही के दिन मुंबई में स्टॉक एक्सचेंज सहित 13 जगहों पर ब्लास्ट हुए। इसमें 257 लोगों की मौत हुई। 700 से ज्यादा घायल हुए थे। बॉम्बे स्टॉक (bombay stock exchange) की 28 मंजिला इमारत के बेसमेंट( basement) में दोपहर 1:30 बजे धमाका हुआ, जिसमें लगभग 50 लोग मारे गए थे। इसके आधे घंटे बाद एक कार धमाका(blast) हुआ और अगले दो घंटे से कम समय में कुल 13 धमाके हो चुके थे। करीब 27 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुकसान पहुंचा था।
आपको बता दे इस मामले में 123 अभियुक्त थे, जिनमें से 12 को निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। 68 लोगों को उम्रकैद से कम की सज़ा( punishment) सुनाई गई थी, जबकि 23 लोगों को निर्दोष माना गया था। सुप्रीम कोर्ट ने याकूब मेमन को छोड़कर बाकी सभी लोगों की फांसी को उम्र कैद में बदल दिया था। याकूब को 2015 में फांसी पर चढ़ाया गया। टाइगर मेमन और दाऊद इब्राहिम(daud ibrahim) आज भी इस मामले में फरार हैं।
नमक कानून को तोड़ना’मार्च शुरू किया था
गांधी जी और उनके स्वयं सेवकों ने 12 मार्च 1930 को दांडी मार्च शुरू किया था। मुख्य उद्देश्य था अंग्रेजों द्वारा बनाए गए ‘नमक कानून को तोड़ना’। गांधी जी ने साबरमती में अपने आश्रम से समुद्र की ओर चलना शुरू किया। इस आंदोलन( movement) की शुरुआत में 78 सत्याग्रहियों के साथ दांडी कूच के लिए निकले बापू के साथ दांडी पहुंचते-पहुंचते जनता भी शामिल हो गई।