धमतरी। देश में इस बार होलिका दहन 17 मार्च को तो रंगोत्सव 18 मार्च को मनाया जाएगा। हालांकि देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव की वजह से जीत का जश्न मनाया जा रहा है, दिवाली (Diwali) और होली (Holi) एक साथ मनाई जा रही है। पर मूल फाल्गुन त्यौहार होली 18 मार्च को खेली जाएगी। लेकिन छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में एक ऐसा भी गांव है, जहां पर केवल होली ही नहीं, बल्कि सभी त्यौहार निर्धारित समय से एक सप्ताह (Celebrate Before a week) पहले ही मना लिया जाता है।
इस गांव का नाम सेमरा सी (Semra C) है। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले (Dhamtari In Chhattisgarh) के अंतर्गत ग्राम सेमरा सी (Semra C) में हर त्यौहार निर्धारित समय से एक सप्ताह पहले मनाए जाने की सालों पुरानी परंपरा है। इसके पीछे एक खास वजह है, लिहाजा इस बार सेमरा सी गांव में होलिका दहन आज और रंगोत्सव कल यानी 13 मार्च को ही खेल लिया जाएगा। एक सप्ताह पहले होली मनाने के कारण यहां दूर-दूर से लोग होली (Holi) का आनंद उठाने के लिए पहुंचते हैं। वहीं, गांव के लोग जो दूसरी जगहों पर और इस अनोखी परंपरा (Tradition) के कारण यह गांव पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहता है।
यह है इसके पीछे वजह
यहां के ग्रामीण बताते हैं कि वे लोग आराध्य देव के रूप में सिरदार देव की पूजा-अर्चना करते हैं। बरसों पहले गांव के बैगा को स्वपन आया था कि हरेली, पोला, दिवाली और होली (Diwali And Holi) को निर्धारित तिथि में न मनाकर कुछ दिन पहले मनाए, जिससे गांव में शांति बनी रहेगी, लेकिन उस बैगा ने इस पर ध्यान नहीं दिया और जैसे इन त्यौहारों को मनाते थे, वैसे ही ही मनाने लगे। लेकिन इसके बाद गांव में अनहोनी की घटनाएं घटने लगी।
तब से जारी है सिलसिला
वहीं, बैगा ने अपने स्वपन के बारे में गांव के लोगों को इक्ट्ठा करके बताया कि उन्होंने इस तरह के स्वपन देखे हैं, जिसमें सिरदार देव ने आकर कहा था कि हरेली, पोला, दिवाली, होली को समय से पहले मनाएं तभी गांव में शांति बनी रहेगी। गांव के लोगों ने उनकी बातों को सुना और यह निर्णय लिया कि इन सभी त्योहारों को निर्धारित तिथि से पहले मनाएंगे। तभी से यह सिलसिला शुरू हो गया है।