रायपुर। देश में गुजरात सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्य है, जहां संक्रमितों की संख्या के साथ ही मौतों के आंकड़े भी तेजी से सामने आए हैं। उसी गुजराज के कच्छ से बड़ी संख्या में चरवाहे भेड़ और ऊंटों के साथ छग के विभिन्न जंगलों में दाखिल हो चुके हैं। इन लोगों का इस तरह से छग में दाखिल होना कोरोना महामारी के प्रसार को तेजी से हवा देने वाला साबित हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि गुजरात का प्रत्येक इलाका कोरोना की चपेट में है, वहां के ज्यादातर लोग कोरोना महामारी से संक्रमित हैं। इसके बाद भी गुजरात के कच्छ से भेड़ और ऊंटों को लेकर चरवाहों की टोली पैदल चलते हुए छग के जंगलों में घुस गया है।
जाहिर सी बात है कि भ्रमण के दौरान दैनिक उपयोग की खरीदी भी इनके द्वारा की जाएगी, ऐसे में कोरोना महामारी कम्यूनिटी स्प्रेड में तब्दील होने की पूरी आशंका है, लिहाजा शासन और प्रशासन को इस वक्त सबसे पहले इनकी टोलियों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि प्रदेश में कोरोना के प्रसार को वहीं के वहीं रोका जा सके।
वैसे भी छग में प्रवासी मजदूरों के आने के बाद से कोरोना महामारी का जो ग्राफ बढ़ा है, वह कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अच्छी बात सिर्फ यही है कि प्रदेश में अभी भी कम्यूनिटी स्प्रेड नजर नहीं आया है, लेकिन इन्हें नहीं रोका गया तो, इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।