सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा (surguja) जिले से लगते रायगढ़ के धरमजयगढ़ (Dharamjaygarh of Raigarh) में हाथियों ने बुधवार देर रात जमकर उत्पात मचाया। दो अलग-अलग बस्तियों में घुसे हाथियों के दल ने एक गर्भवती महिला को पटककर मार डाला। वहीं दूसरी बस्ती में एक वृद्धा को कुचल दिया। हाथियों के डर से लोग घर छोड़कर भाग निकले। घटना कापू वनांचल (Kapu Vananchal) के आदिवासी इलाके (tribal areas) की है। बताया जा रहा है कि हाथियों ने सरगुजा बॉर्डर (surguja border) से लगे इलाकों में कई दिनों से डेरा डाल रखा है।
जानकारी के मुताबिक, चिखलापानी निवासी इंजोरी बाई (Chikhlapani resident Injori Bai) (70) पत्नी सुखी राम (happy ram) (70 ) रोज की तरह बुधवार रात करीब 10 बजे खाना खाने के बाद परिजनों के साथ सो रही थी। तभी तीन-चार की संख्या में हाथी घर में घुस आए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस पर सुखीराम का परिवार जान बचाने के लिए घर में ही छिप गया, लेकिन हाथियों का रौद्र रूप देख सभी बाहर भागे। इसी बीच इंजोरी बाई सामने आ गई और हाथी ने उसे कुचल दिया।
सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है कि हाथियों का दल सुबह करीब 9 बजे तक घटना स्थल के ही आसपास डेरा जमाए हुए था। इसके चलते वनकर्मी (forest worker) गांव के अंदर नहीं घुस सके। वहीं दूसरी घटना छत्तासरई (Chattasarai) की है। यहां की रहने वाली सबीना बाई (36) पत्नी बुधनाराम यादव गर्भवती थी। बताया जा रहा है कि रात करीब डेढ़ बजे हाथी ने छत्तासरई में भी हमला किया और सबीना बाई (Sabina Bai) को पटक कर मार डाला।
सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। वन विभाग की टीम (forest department team) ने दोनों शवों को उनके सुपुर्द कर दिया है। पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिए हैं। घटना से गांव को लोग सहम गए हैं। बताया जा रहा है कि अभी हाथियों के दल ने सरगुजा वन मंडल में उत्पात मचा रहा है। यहां हाथियों ने कई दिनों से डेरा जमाया हुआ था। फिलहाल वन विभाग के कर्मचारी निगरानी बनाए हुए हैं। साथ ही लोगों को जंगल की ओर नहीं जाने का अलर्ट किया है।