Raipur Breaking : हाल ही में रायपुर(Raipur) से 3 वर्षीय मासूम का अपहरण(Kidnapped) हो गया था। इस अपहरण में पुलिस ने करवाई (the police did)करते हुये बड़ी सफलता प्राप्त की है। 10 दिन के अंदर सिविल लाइन थाना क्षेत्र (Civil Line Police Station Area)से अपहृत 3 वर्षीय मासूम को उत्तराखण्ड के देहरादून (Dehradun of Uttarakhand)से सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में 2 अंतर्राज्यीय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आपको बता दें कि आरोपियों ने 9 मार्च (9 March)को एक मासूम को उसकी माँ से अलग कर दिया था। थाना सिविल लाईन क्षेत्र से 3 वर्षीय मासूम( 3 year old innocent)का अपहरण कर लिया था। अपहरण के बाद से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया था। इस मामले में लगभग 1,000 से अधिक सी.सी.टी.व्ही. कैमरों (CCTV cameras)के फुटेजों को खंगाला गया है।
जानकारी मिलते ही 10 सदस्यीय टीम देहरादून के लिए रवाना की गई
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों द्वारा अपहरण के पूर्व कई दिनों तक लगातार घटना स्थल के पास रेकी की गई थीं। आरोपियों द्वारा बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया था। मुख्य आरोपी के संबंध में जानकारी प्राप्त होने पर 10 सदस्यीय टीम देहरादून रवाना की गई थी ।
आरोपियों के पास से बरामद हुआ सामान
टीम द्वारा देहरादून जाकर 2 दिनों तक कैम्प करते हुये प्रकरण के मुख्य आरोपी ईरफान अहमद को गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपी ईरफान अहमद है मूलत: देहरादून का निवासी जो विगत 20 – 25 वर्षो से रायपुर में कर रहा है निवास तथा वर्तमान में मंदिर हसौद में था निवासरत है। आरोपियों के कब्जे से घटना से संबंधित नगदी 5,000/- रुपए, 02 नग मोबाईल फोन, घटना के दौरान आरोपी ईरफान अहमद द्वारा पहने गये शर्ट व टोपी तथा ट्रेन का टिकट जब्त किया गया है।
आरोपी शेरखान उर्फ गुड्डू फरार
प्रकरण में आरोपी शेरखान उर्फ गुड्डू है फरार जिसकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के किये जा रहे है। जानकारी के अनुसार प्रार्थी बजरंग सोनवानी ने थाना सिविल लाईन में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 9 मार्च को वह अपने 3 वर्षीय पुत्र सुभाष सोनवानी के साथ रात्रि में राजेन्द्र नगर स्थित बूढ़ी माई मंदिर के पास रोड़ किनारे झोपडी में सोया था कि किसी अज्ञात आरोपी द्वारा उसके 3 वर्षीय पुत्र सुभाष सोनवानी का अपहरण कर ले गया। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 153/22 धारा 363 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
पूरा मामला
पूछताछ में गिरफ्तार मुख्य आरोपी ईरफान अहमद ने बताया कि देहरादून निवासी सलीम अहमद की तीन पुत्रीयां थीं तथा सलीम अहमद की पत्नि को डॉक्टर ने अगला बच्चा नहीं हो पाना बताया था परंतु सलीम अहमद एक लड़का चाहता था। जिस हेतु उसने अपने परिचितों से कह रखा था कि जो भी उसको लड़का लाकर देगा उसका वह जितना पैसा मांगेगा देगा। ईरफान अहमद सलीम का रिश्ते में साला लगता था जिसे पैसे की आवश्यकता होने पर उसने अपनी पत्नि शबाना परवीन व साथी शेरखान उर्फ गुड्डू निवासी रविग्राम तेलीबांधा रायपुर के साथ मिलकर रायपुर से किसी छोटे बच्चे की अपहरण करने की योजना बना डालीं।
शहर में घुम कर बच्चे की करता था तलाशी
योजना के अनुसार तीनों रायपुर शहर में घुम – घुम कर बच्चे की तलाश करने लगे, इसी दौरान तीनों ने थाना सिविल लाईन क्षेत्रांतर्गत बूढ़ी माई मंदिर के पास झोपड़ी बनाकर रहने वाले लोगों के बच्चे को टारगेट किया तथा कुछ दिनों तक लगातार उस स्थान पर जाकर उस बच्चे को चुने जिसका अपहरण करना था तथा दिनांक घटना को मौका पाकर रात्रि में आरोपी ईरफान अहमद एवं शेरखान उर्फ गुड्डू मोटर सायकल में जाकर सोते हालत में मासूम सुभाष सोनवानी का अपहरण कर लिये।
बच्चे को देहरादून ले गया
अपहरण के बाद आरोपियों ने बच्चे को ईरफान अहमद के निवास मंदिर हसौद ले गये। योजना के अनुसार ईरफान अहमद ने पूर्व से ही अपना, अपनी पत्नि व पुत्री का ट्रेन में सहारनपुर व देहरादून जाने का टिकट बुक करा लिया था. तथा आरोपी ईरफान अहमद, अपनी पत्नि व पुत्री के साथ अपहृत सुभाष सोनवानी को टेÑन से लेकर उ.प्र. के सहारनपुर गया जहां उसने अपहृत को आरोपी सलीम के सुपुर्द किया तथा सलीम से 50,000/- रुपए लिया इसके बाद ईरफान अहमद अपने परिवार के साथ देहरादून चला गया तथा आरोपी सलीम भी अपहृत को लेकर देहरादून चला गया।