डिज्नी प्लस हॉटस्टार(hotstar ) पर रिलीज हुई मार्वल स्टूडियोज की नई वेब सीरीज(new web series ) ‘मून नाइट’ (moon light )इन कपोल कल्पित कथाओं का विश्वव्यापी विस्तार करने की कोशिशों की नई कड़ी है।
जिन लोगों ने साल 1975 में आई मून नाइट के किरदार वाली मार्वल कॉमिक्स(marvel comics ) ‘वेयरवुल्फ बाई नाइट #32’ पढ़ रखी है, उन्हें पता है कि ये कहानी एक ऐसे किरदार मार्क स्पेक्टर(mark spector ) की है जिसकी तीन पहचानें हैं, स्टीवन ग्रांट(stivan frant ), जेक लॉकली और मिस्टर नाइट। वेब सीरीज ‘मून नाइट’(moon light ) के पहले एपीसोड की शुरुआत स्टीवन ग्रांट से होती है। और, एपीसोड(episode ) के अंत तक आते आते समझ आता है कि उसके शरीर में कोई मार्क स्पेक्टर भी रहता है।
मार्वल की फिल्मों (marvel film )के प्रशंसक रहे दर्शकों ने बीते दो साल में ‘वांडा विजन’ से लेकर ‘फॉल्कन एंड द विंटर सोल्जर’, ‘लोकी’, ‘व्हाट इफ’ और ‘हॉकआई’ के जरिये वास्तविकता और कल्पनाओं के बीच बसे ऐसे संसार देखने शुरू किए हैं, जिनके बारे में कुछ साल पहले तक सोचना भी मुश्किल था।
सोते हुए कही भाग न जाने के डर
आइजैक ऑस्कर ही वेब सीरीज(web serires ) ‘मून नाइट’ के पहले एपीसोड का मुख्य आकर्षण हैं। उनका सोते में खुद के कहीं भाग न जाने के डर का अभिनय इस एपीसोड(episode ) का अहम पहलू है। सपने जैसी स्थिति में अनजान लोक में जाकर दिशा सूचक यंत्र के चक्कर में तमाम लोगों को मार देना और फिर इसकी याद भी न रहना कहानी का ट्रिगर प्वाइंट है। वहीं कहानी में अभी स्टीवन ग्रांट के जीवन में मार्क स्पेक्टर के वादों इरादों, प्रेम (love )और ईर्ष्या सबका आना बाकी है।