संसद के उच्च सदन राज्य सभा से आज (31 मार्च) 72 सांसद रिटायर हो रहे हैं. इन नेताओं में सुब्रमण्यन स्वामी, जयराम रमेश, कपिल सिब्बल, पी. चिदंबरम और एके एंटनी जैसे 71 नेता शामिल हैं. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने राज्य सभा को संबोधित किया और रिटायर हो रहे सांसदों के योगदान को याद किया. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि आज जो साथी यहां से विदाई लेने वाले हैं उनसे हमने जो सीखा है उसे आगे बढ़ाने में इस सदन की पवित्र जगह का हम जरूर उपयोग करेंगे ताकि देश की समृद्धि हो।
आपकी हर चीज नोटिस करता हूं: पीएम मोदी
सांसदों को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि आपकी अच्छी बातों को जरूर नोटिस करता हूं. उन्होंने कहा, ‘आप सबको अपनी अच्छी-अच्छी बातें बताऊंगा. हमेशा आपकी जो अच्छी बातें हैं उसे मैं जरूर नोटिस करता हूं.’ पीएम मोदी ने कहा, ‘आज जो साथी विदाई लेने वाले हैं, उनसे हम सब जो भी सीखे हैं. आज हम भी संकल्प करें कि उसमें से जो भी उत्तम और सर्वश्रेष्ठ हैं, उसको आगे बढ़ाने में इस सदन की पवित्र जगह का हम जरूर उपयोग करेंगे. जो देश की समृद्धि में काम आएगा।
अनुभव में हैं समस्याओं के समाधान के सरल उपाय
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘अनुभव से जो प्राप्त हुआ होता है, उसमें समस्याओं के समाधान के लिए सरल उपाय होते हैं. अनुभव का मिश्रण होने के कारण गलतियां कम से कम होती हैं. अनुभव का अपना एक महत्व होता है. जब ऐसे अनुभवी साथी सदन से जाते हैं तो बहुत बड़ी कमी सदन को, राष्ट्र को होती है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘ये आजादी का अमृत महोत्सव है. हमारे महापुरुषों ने देश के लिए बहुत कुछ दिया, अब देने की जिम्मेदारी हमारी है. अब आप खुले मन से एक बड़े मंच पर जाकर आजादी के अमृत महोत्सव के पर्व को माध्यम बनाकर प्रेरित करने में योगदान कर सकते हैं.’
आप सभी लौट कर सदन में आएं: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रिटायर हो रहे सांसदों से कहा कि आप सभी फिर वापस लौट कर सदन में आएं. उन्होंने कहा, आज हमारे साथी जा रहे हैं, लेकिन बंगाली और गुजराती में विदाई को भी ऐसे तरीके से कहा जाता है, जिसका मतलब होता है कि Come Again यानी फिर से आना. पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे राज्य सभा सांसदों का लंबा अनुभव रहा है. कई बार अनुभव अकादमिक ज्ञान से भी ज्यादा अहम होता है. मैं रिटायर हो रहे सदस्यों से कहूंगा कि लौट कर आना