Sad News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)के लखनऊ (Lucknow)में आवारा कुत्तों (stray dogs)के हमले में एक पांच साल के बच्चे की मौत हो गई जबकि उसकी सात साल की बहन गंभीर रूप से घायल हो गई। दिल को झकझोर देने वाली ये खबर बुधवार देर शाम (late Wednesday evening)की है। जब ये दोनों बच्चे अपने घर के बाहर खेल रहे थे तभी करीब 8-10 कुत्तों(around 8-10 dogs) ने उन पर हमला कर दिया। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने थाने के सामने देर शाम तक धरना(strike)दिया और लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation)के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। अदालत ने राज्य सरकार, नगर आयुक्त व जिलाधिकारी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में रहने वाले मोहम्मद रजा और उसकी बहन जन्नत बुधवार की शाम अपने घर के बाहर खेल रहे थे, तभी करीब 8 से 10 कुत्तों ने उन पर हमला कर दिया। चीखते-चिल्लाते बच्चों को बचाने के लिए स्थानीय लोग दौड़े और बड़ी मुश्किल से कुत्तों को भगाया। जिसके बाद फौरन उन घायल बच्चों को केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने 5 साल के मोहम्मद रजा को मृत घोषित कर दिया। वहीं उसकी बहन जन्नत आईसीयू में भर्ती है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
कोर्ट ने सीएमओ को निर्देश दिया है कि मौत से जूझ रही बच्ची को मुफ्त इलाज दिया जाये। साथ ही केजीएमयू वीसी को बच्ची का इलाज अपनी देखरेख में कराने का आदेश दिया है। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 19 अप्रैल को तय की है। वहीं, मानवाधिकार आयोग ने भी मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए जिला प्रशासन से जवाब तलब किया है।
यह आदेश जस्टिस देवेंद्र कुमार उपाध्याय व जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की पीठ ने अखबारों में घटना के बारे में छपी खबरों का स्वत: संज्ञान लेकर पारित दिया। कोर्ट ने कहा कि इससे दर्दनाक घटना और क्या हो सकती है, जिसमें मासूम की जान गयी और बहन मृत्यु से संघर्ष कर रही है। कोर्ट ने अपर महाधिवक्ता कुलदीप पति त्रिपाठी से कहा कि वह तत्काल सरकार व अन्य विभागों को अदालत की संजीदगी के बारे में अवगत करायें। यह भी पता कर कोर्ट को बताएं कि घटना में जान गंवाने वाले बच्चे के माता पिता की सरकारी स्तर पर क्या आर्थिक मदद की जा सकती है।