पीएम नरेंद्र मोदी के जम्मू कश्मीर दौरे से एक दिन पहले सुरक्षाबलों ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया। कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। कश्मीर जोन पुलिस ने शनिवार को जानकारी दी। प्रधानमंत्री मोदी रविवार को सांबा में पल्ली पंचायत का दौरा करने वाले हैं। धारा 370 हटने के बाद पीएम का पहला दौरा है। इसलिए इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं।
कश्मीर जोन पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि सुरक्षाबलों को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम के मिरहामा इलाके में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी जिसके बाद तलाशी एवं घेराबंदी अभियान चलाया गया। अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ जारी है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, एनकाउंटर में दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया है।
मोदी के दौरे से पहले सुरक्षा के कड़े प्रबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सांबा में पल्ली पंचायत का रविवार को दौरा करने से एक दिन पहले शनिवार को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। जम्मू के बाहरी इलाके में सुंजवां सैन्य शिविर के पास मुठभेड़ के बाद केंद्र शासित प्रदेश में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। मुठभेड़ के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद से लैस दोनों आतंकवादियों को मार गिराया गया था। इससे एक बड़ा हमला टल गया। मुठभेड़ में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के एक अधिकारी भी शहीद हो गया और दो पुलिसकर्मियों सहित नौ अन्य घायल हो गए थे। अधिकारियों ने कहा कि जम्मू शहर से 17 किलोमीटर दूर स्थित पल्ली पंचायत को एक तरह से सील कर दिया गया है और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) सहित स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को कड़ी निगरानी के लिए तैनात किया गया है।
धारा 370 हटने के बाद मोदी का पहला दौरा
डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि जम्मू-पठानकोट राजमार्ग से सिर्फ तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस स्थल को प्रधानमंत्री की रैली के लिए सुरक्षा व्यवस्था के तहत आम लोगों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। पीएम मोदी का जम्मू-कश्मीर का यह दौरा, अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष दर्जे को समाप्त करने और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र सरकार के कदम के बाद केंद्र शासित प्रदेश का पहला दौरा है। अगस्त 2019 के घटनाक्रम के बाद उम्मीद है कि प्रधानमंत्री द्वारा जम्मू क्षेत्र में अपनी पहली जनसभा के दौरान 70,000 करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश शुरू करने और दो बिजली परियोजनाओं सहित कुछ विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने की उम्मीद है।