सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज़्म और राजनीति का मुद्दा ख़ूब गर्माया हुआ है। शुरुआत में यह मुद्दा सिर्फ़ फ़िल्मों और कलाकारों तक सीमित था, मगर सोनू निगम इसे म्यूज़िक इंडस्ट्री तक ले गये। सोनू ने एक वीडियो पोस्ट करके आगाह किया था कि म्यूज़िक इंडस्ट्री में भी ऐसे माफ़िया हैं, जो उभरते गायकों को आगे नहीं आने देते।
अब सिंगर अदनान सामी ने इस मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए म्यूज़िक इंडस्ट्री में चल रही कुछ लोगों की मनमानी पर हमला बोला है। अपने ज़माने की लोकप्रिय पॉप गायिका अली चिनॉय ने अदनान की बात पर मुहर लगाते हुए म्यूज़िक इंडस्ट्री को टॉक्सिक यानि ज़हरीला बताया।
अदनान ने इंस्टाग्राम पर एक बड़ी सी पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने कई सवाल भी उठाये। अदनान ने लिखा- ”भारतीय फ़िल्म और संगीत इंडस्ट्री को एक गंभीर और बड़े बदलाव की ज़रूरत है। ख़ासकर, संगीत, नये गायक, दिग्गज गायक, म्यूज़िक कंपोज़र और म्यूज़िक प्रोड्यूसर के संदर्भ में, जिन्हें को आख़िरी छोर तक उत्पीड़ित कर रहे हैं। इनकी बात मानो या फिर बाहर हो जाओ। रचनात्मकता को ऐसे लोग नियंत्रित कर रहे हैं, जिन्हें इसकी समझ ही नहीं है और वो लोग भगवान बने हुए हैं?”
अदनान संगीत को रीमिक्स और रीमेक की सीमाओं में बांधने पर रोष जताते हुए लिखते हैं- ”हम 130 करोड़ लोगों का देश हैं, लेकिन मिलता क्या है, रीमेक और रीमिक्स? भगवान के लिए, इसको बंद कीजिए और काबिल और बेहतरीन कलाकारों को सांस लेने दीजिए और उन्हें संगीत और सिनेमा में रचनात्मक शांति देने दीजिए।”
अदनान सवाल उठाते हैं कि क्या मूवी और म्यूज़िक माफ़िया, जो स्वयंभू भगवान बने हुए हैं, ने इतिहास से कुछ नही सीखा है कि आप कला को नियंत्रित नहीं कर सकते। बहुत हुआ। आगे बढ़िए। बदलाव आ रहा है और यह आपके दरवाज़े पर खड़ा है। आप तैयार हैं या नहीं, लेकिन यह आकर रहेगा। ख़ुद को बांध लीजिए। जैसा कि अब्राहम लिंकन ने कहा- आप कुछ वक़्त तक कुछ लोगों को बेवकूफ़ बना सकते हैं, लेकिन हमेशा सभी लोगों को बेवकूफ़ नहीं बना सकते।