रायपुर। कोरोना वायरस से संक्रमण से ग्रसित मरीजों को ठीक करने के मामले में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एम्स की वाहवाही हर ओर हो रही है। वही एम्स के डॉक्टरों ने एक और तारीफ योग्य कार्य किया है। डॉक्टरों का अथक प्रयास आखिर रंग लाया। महज 28 साल की उम्र किडनी फेल हो गई थी। मौत धीरे-धीरे उसकी ओर बढ़ रही था, लेकिन एम्स के डॉक्टर देवदूत बनकर सामने आए और दिन-रात उसकी जिंदगी के लिये जंग लड़कर उसे मौत के मुंह से वापस खींच लाए।
अब वो कोरोना की जकड़ से मुक्त है और उसका किडनी की बीमारी का इलाज शुरू हो चुका है। उसका डायलिसिस हो रहा है। ज़िन्दगी की नई पारी के लिए उसने एम्स और डॉक्टरों का दिल से शुक्रिया अदा किया। इसमें कोई शक नहीं कोरोना वारियर्स जान हथेली पर लेकर कोरोना से जंग लड़ रहे हैं और जीत भी रहे हैं।