दो साल पहले पिता के निधन के चलते शोक में डूबे सीएम योगी आदित्यनाथ के परिवार के लिए मंगलवार और बुधवार का दिन दोहरी खुशी का साबित हुआ। योगी ने घर पहुंचकर मां के पैर छुए। इस दौरान पूरा परिवार भावुक हो गया। एक तरफ योगी के सबसे छोटे भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे का मुंडन संस्कार हो रहा है, वहीं देश के सबसे बड़े सूबे का सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने पहली रात घर में बिताई है।
योगी परिवार में सबसे छोटे भाई महेंद्र योगी द्वारा स्थापित महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राजकीय महाविद्यालय बिथ्याणी में कार्यरत हैं। महेंद्र के पुत्र अनंत के मुंडन संस्कार के लिए ही योगी आदित्यनाथ अपने गांव आए हुए हैं। शाम साढ़े पांच बजे बिथ्याणी डिग्री कॉलेज में समारोह के बाद वो करीब एक किमी दूर स्थित अपने घर पहुचें।
बिथ्याणी से गांव जाते समय योगी कुछ देर ठांगर प्राइमरी स्कूल में भी रुके। यहां से योगी कच्ची सड़क से ही अपने घर तक पहुंचे। योगी शाम को न्यूतेर समारोह में शामिल हुए, इस दौरान उन्होंने सभी रिश्तेदारों और परिचितों से बात की। रात को बिष्ट परिवार के आंगन में ढोल दमौ की गूंज रही। आज बुधवार को बच्चे के बाल लिए जाने के बाद गांव वालों के लिए भोज का आयोजन किया गया है। जिसमें योगी भी शामिल होंगे।
चुनिंदा लोग ही गए घर पर
सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ सीएम धामी, मंत्री डा.धन सिंह रावत, विधायक रेनू बिष्ट, ज्येष्ठ प्रमुख दिनेश भट्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष संपत्त रावत, डीएम और एसएसपी पौड़ी के साथ ही तीन-चार अन्य लोग ही घर पर गए। बाकी लोगों को घर से काफी पहले पुलिस ने रोक लिया था। हालांकि ढोल-दमाऊं और मशकबीन बजाने वाले उनके साथ-साथ घर तक गए।
योगी का गांव बना किला
यमकेश्वर। सीएम योगी के अपने पैतृक गांव पंचुर पहुंचने के साथ ही पुलिस ने उनके गांव की सुरक्षा कड़ी कर दी है। उनके घर से करीब सौ मीटर पहले सिर्फ मेहमानों और गांव वालों को ही जाने दिया जा रहा है। मौके पर उत्तराखंड पुलिस का सुरक्षा घेरा है, जबकि आंतरिक सुरक्षा एनएसजी कमांडो के हवाले है। हालांकि लक्ष्मणझूला- कांडी- दुगड्डा मोटर मार्ग पर सामान्य रूप से यातायात जारी है।