रायपुर । छत्तीसगढ़ के करीब 500 छात्र किर्गिस्तान-रूस में फंसे है, जो लगातार वीडियो के माध्यम से केंद्र व छत्तीसगढ़ सरकार से अपनी वापसी की अपील कर रहें है।
दरअसल, कोविड-19 की वजह से पूरी दुनिया लॉक डाउन में रहने को मजबूर है। इसी के कारण भारत के छात्र जो कि किर्गिस्तान-रूस में मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे, वह भी वहां फंस कर रहे गए। इन छात्रों में छत्तीसगढ़ के भी करीब 500 छात्र हैं, जो लगातार वापसी की अपील कर रहे हैं। इन्हीं में से एक छात्र गंधर्व पांडे रायपुर फाफाडीह निवासी ने वीडियो के माध्यम से बताया कि उन्हें पहले तो दिलासा दिया गया था कि भारत के वंदे भारत मिशन के माध्यम से उनकी हिंदुस्तान अपने घर वापसी होगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। धीरे-धीरे अन्य राज्यों के छात्र वहां से वापसी कर रहे हैं लेकिन छत्तीसगढ़ के बच्चों को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। उनका कहना है कि जब भी वे किसी से पूछने जाते हैं कि हमारी वापसी कब होगी तो उन्हें यही जवाब मिलता है कि आपकी गवर्नमेंट से या सीएमओ ऑफिस से यहां किसी भी प्रकार का कोई संपर्क नहीं साधा गया है, जिसकी वजह से हम आपके वापसी का सही समय आपको नहीं बता सकते। इस तरह के जवाब से बच्चों में मायूसी छा गई है क्योंकि वे अपने घर वापस आना चाहते हैं यहां सभी का परिवार भी उनकी राह देख रहा है लेकिन आश्चर्य तो इस बात का है कि उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। बच्चों का यह भी कहना है कि सभी सामान्य परिवार से है और कमर्शियल फ्लाइट करीब 1 लाख खर्च आता है, जो परिवार के लिए तत्काल एकत्रित कर पाना मुश्किल है। इसलिए वे लगातार सरकार से अपनी वापसी की गुहार लगा रहे हैं।