दिल्ली। भारतीय इतिहास में आज यानी 25 जून को लोकतंत्र का सबसे बड़ा काला दिवस माना जाता है। 45 बरस पहले साल 1975 में आज ही के दिन देश में आपातकाल की घोषणा हुई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज के इस दिन को याद करते हुए कहा कि देश इस काले दिवस को जीवनभर नहीं भूल पाएगा, जिसे देश पर थोपा गया था।
भारत में 45 साल पहले 25 जून 1975 का दिन काला दिन माना जाता है क्योंकि इसी दिन देश में आपातकाल लागू कर दिया गया था। उस वक्त देश की प्रधानमंत्री रही इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को रात बारह बजे से देश में आपातकाल लागू कर दिया था। आपातकाल की खास बात ये थी कि इसमें नागरिकों के सभी मूल अधिकार खत्म कर दिए गए थे और इसका विरोध करने वाले सभी नेताओं और लोगों को जेल में डाल दिया गया था। करीब 21 महीने तक चले इस आपातकाल को लोग भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय मानते हैं।
गौरतलब है कि इस आपातकाल ने बाद में कांग्रेस के प्रति लोगों में तगड़ा गुस्सा पैदा कर दिया और देश में आपातकाल हटने के बाद कांग्रेस के हाथ से भी देश की सत्ता चली गई। इस दौर के कई नेता आज राजनीति में काफी चर्चित नाम हैं। आज भी देश के लोकतांत्रिक इतिहास में 25 जून का दिन भारतीय लोकतंत्र के नाम पर बदनुमा दाग के तौर पर याद किया जाता है। लोग आज भी आपातकाल की कहानियां शेयर करते हैं।