Bilaspur News : शहरों(cities) से शुरू हुआ नशे के खिलाफ अभियान (anti drug campaign)अब गांवो तक पहुंच गया है। इससे होने वाले नुकसान को अब ग्रामीण भी समझने लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में बीड़ी, तंबाकू, गुड़ाखू (Beedi, Tobacco, Gudakhu)का चलाना अधिक है।
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शहरों से शुरू हुआ, तंबाकू के खिलाफ अभियान अब गांवो तक पहुंच गया है। क्योंकि शहरों की बजाय गांवो में तंबाकू बीड़ी गुड़ाखू का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या अधिक है। देखा गया है, वे ही कैंसर रोग के अधिक शिकार हैं। ग्राम बैमा नागोई में सरपंच ने ग्रामीणों के सहयोग से तंबाकू के उपयोग के खिलाफ रैली निकाली। इसमें महिलाएं बच्चे तथा बुजुर्ग शामिल हुए। जो गांव के मुख्य मार्ग में नारे लगाते हुए जा रहे थे। देखा गया है कि नशे के शिकार लोग का अपेक्षित आर्थिक विकास नहीं हो पाता है। जितना वे कमाते हैं, उसका बड़ा हिस्सा नशे के सेवन में खर्च हो जाता है।