हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है. इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग(Panchang)की आवश्यकता पड़ती है. जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें।
Read more : Daily Panchang : शुक्रवार का पंचांग, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
दिन (Day) शनिवार
अयन (Ayana) उत्तरायण
ऋतु (Ritu) ग्रीष्म
मास (Month) ज्येष्ठ
पक्ष (Paksha) शुक्ल पक्ष
तिथि (Tithi) एकादशी प्रात:काल 05:45 बजे तक तुदपरांत द्वादशी
नक्षत्र (Nakshatra) स्वाती
योग (Yoga) परिघ सायंकाल 08:47 बजे तक तदुपरांत शिव
करण (Karana) विष्टि प्रात:काल 05:45 बजे तक तदुपरांत बव सायंकाल 04:39 बजे तक तदुपरांत बालव
सूर्योदय (Sunrise) प्रात: 05:23 बजे
सूर्यास्त (Sunset) सायं 07:19 बजे
चंद्रमा (Moon) तुला राशि में
राहु काल (Rahu Kaal Ka Samay) प्रात:काल 8:52 से 10:36 बजे तक
यमगण्ड (Yamganada) दोपहर 02:05 से 03:50 बजे तक
गुलिक (Gulik) प्रात:काल 07:07 से 08:52 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurt) प्रात:काल 05:23 से 07:07 बजे तक
दिशाशूल (Disha Shool) पूर्व दिशा में
भद्रा (Bhadra) प्रात:काल 05:45 बजे तक
पंचक (Pnachak) —
पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल(Dishashool), भद्रा(Bhadra), पंचक(Panchank), प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं।