रायपुर। महासमुंद(Mahasamund) में एनएच-353 में एमके बहरा के पास घड़ी व्यापारी के सेल्समेन व ड्राइवर (Watch merchant’s salesmen and drivers)से हुए लूट के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने लूट में शामिल 6 आरोपियों को 48 घंटे के भीतर धर दबोचा है। पकड़े गए आरोपियों से लूट की रकम में से 5 लाख 90 हजार नगद, लूट में प्रयुक्त बोलेरो वाहन, एक बाइक और एक मोबाइल जब्त किया गया है। पुलिस कंट्रोल रूम (police control room)में एसपी विवेक शुक्ला ने पूरे मामले का खुलासा किया है।
उन्होंने बताया कि, पकड़े गए आरोपियों के नाम मनोज करवाड़े, दर्शन दास मानिकपुरी, अभिषेक कुमार, राजेश सोनी, संजय यादव, सुरेश कौशल है। आरोपियों में 5 खुर्सीपार और एक रायपुर का निवासी है। पूरे मामले का मास्टर माइण्ड मनोज करवाड़े है, जो घड़ी व्यापारी के यहां पूर्व में ड्राइवर का काम किया करता था। आरोपी लॉक डाउन में नौकरी से हटाने से आहात था। जिसने अपने परिचित, उनके दोस्त और अपने दोस्त के साथ मिलकर घटना का चक्रव्युह रचा।
बता दें की सभी बाइक और बोलेरो से राजिम से पीछा करते खरियार रोड गए, वहां से महासमुंद तक पीछा किया। और फिर हाइवे का फायदा उठाते हुए 22 जून को खल्लारी के एमके बहरा के पास मारुति वेन को रोककर खुद को पुलिस बताते हुए गांजा ले जाने व गाड़ी की तलाशी लेने की बात कही। अपनी गाड़ी में बैठकर कोसरंगी के जंगल ले गए, जहां सेल्समेन व ड्रायवर को पेड़ में बांधकर 8 लाख 92 हजार रूपये लेकर फरार हो गए। जंगल मे बकरी चरा रहे चरवाहे ने दोनों को देखा, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने अधिकारियों के नेतृत्व में बागबाहरा, खल्लारी, महासमुंद के साथ साइबर सेल की टीम को नियुक्त किया। पुलिस ने ओड़िशा से लेकर रायपुर मंदिर हसौद तक के सभी शहर के मुख्य मार्गों, टोल प्लाजा के सीसीटी कैमरे खंगाले। पुलिस ने करीब 35 से 40 सीसीटीवी को बारीकी से देखा। जिसके बाद तीसरी आंख से पुलिस को वो बड़ा सुराग मिला जिसके चलते सभी आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। 48 घंटे में मामले को सुलझाने में लगे पुलिस के सभी टीम को आईजी ने पुरस्कृत करने की बात कही है।