रविवार को प्रत्यक्ष देवता भगवान की साधना-आराधना के लिए अति उत्तम माना गया है। भगवान सूर्य की साधना वैदिक काल से चली आ रही है। सूर्यदेव को वेदों में ईश्वर( god) का नेत्र और ज्योतिष में ग्रहों का राजा बताया गया है।यदि आप जीवन, अच्छी सेहत और शक्ति प्रदान करने वाले भगवान सूर्य की साधना किसी कारणवश प्रतिदिन नहीं कर पाते हैं तो आपको रविवार के दिन उनकी पूजा अवश्य करनी चाहिए।
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भगवान सूर्यदेव की साधना त्वरित फल देने वाली है.।ऐसे में रविवार के दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से साधक की सभी मनोकामनाएं ( wishes)शीघ्र पूर्ण होती है और सुख-समृद्धि और अच्छी सेहत का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
रविवार दिन ( sunday)स्नान-ध्यान के बाद इस मंत्र का जाप
यदि आप भगवान सूर्यदेव की विधि-विधान से पूजा करने में किसी कारणवश असमर्थ हैं तो आप रविवार दिन स्नान-ध्यान के बाद नीचे दिये गये मंत्रों( mantro) का पाठ करके भी उनकी कृपा पा सकते हैं।
ॐ सूर्याय नमः।
ॐ भास्कराय नमः।
ॐ रवये नमः।
ॐ मित्राय नमः।
ॐ भानवे नमः।