अंबिकापुर। शनिवार की रात तीन साल की छोटी बेटी ने मां को जगाया और कहा कि दीदी चींटी काट रही है, मां ने बगल में सो रही 14 वर्षीय बेटी को डांटा और चुपचाप सोने के लिए कहा, तो उसने भी कुछ काटने की बात कही। नींद से बोझिल मां को झपकी आ रही थी, कुछ ही देर में छोटी बच्ची पेट में हो रहे दर्द के कारण रोने लगी तो मां ने पेट की मालिश की और उसे पानी पिलाया। बिस्तर में मौत बनकर छिपे करैत सांप से अनजान मां कुछ समझ नहीं पाई।
इस बीच 14 वर्ष की बच्ची भी पीड़ा महसूस करने लगी। बच्चों के रोने की आवाज सुनकर पड़ोस में रहनेवाली भाभी पहुंची, तो उसने करैत सांप को कमरे से जाते देखा। संजीवनी 108 एम्बुलेंस से चारों बच्चियों के साथ मेडिकल अस्पताल पहुंचे, तब तक तीन वर्षीय बच्ची सिया सारथी की मौत हो गई थी, वहीं 14 वर्षीय बच्ची रवीना सारथी की स्थिति गंभीर थी।
छोटी बच्ची को मृत घोषित करने के बाद रवीना को आवश्यक उपचार सुविधा उपलब्ध करा अस्पताल के आइसीयू में भर्ती कराया गया है, उसकी भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के बधियाचुआं का है। ममता सारथी ने पुलिस को बताया कि पति से वह लगभग तीन वर्ष से अलग रह रही है। उसकी चार बच्चियां हैं, जिनका किसी तरह पालन-पोषण कर रही है।
शनिवार की रात छोटी बेटी सिया (3) उसे उठाई और बगल में सोई बहन रवीना (14) के द्वारा चींटी काटने की बात कही। रवीना को डांटते हुए वह सोने के लिए बोली, तो उसने भी कुछ काटने की बात कही। इसी बिस्तर में उसकी दो अन्य बेटियां रिया (6) और रीना (10) भी सो रही थीं। इसके बाद वह सिया को सुलाने लगी।
कुछ देर में पेट दर्द से छटपटाती बच्ची को देखा और उसे राहत देने पेट सहलाने लगी। प्यास लगने पर सिया को पानी देने के लिए उठी तो रवीना भी तकलीफ महसूस करते हुए हाथ-पैर फेंकने लगी। पड़ोस में रहने वाली भाभी मोहरमनिया बच्चों के रोने की आवाज सुन आई और पूछी क्या हो रहा है, तब तक छोटी बच्ची बेहोश हो गई थी।
बच्ची के नाना बुटू सारथी ने बच्चों की हालत खराब देख 108 डायल को कॉल किया और इन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया लेकिन छोटी बच्ची की मौत हो गई थी। इसकी सूचना बच्चों के पिता को दी गई, लेकिन वह मासूम की मौत की खबर मिलने पर भी नहीं पहुंचा। पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।