Intimate Hygiene Tips For Monsoon: मानसून में ह्यूमिडिटी लेवल काफी ज्यादा हाई होता है। इस मौसम के दौरान महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन का खतरा बना रहता है। इस समय के दौरान महिलाओं के लिए परेशानी का कारण बनने वाली गलतियों में से एक है गलत कपड़े पहनना जिससे ज्यादा पसीना आ सकता है और फिर बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा मिलता है।
1) एरिया को साफ और सूखा रखें- मानसून के दौरान नमी बढ़ जाती है, ऐसे में योनि का पीएच लेवल कम हो जाता है, जिससे महिलाओं को यूरिन इंफेक्शन, खासकर फंगल इंफेक्शन हो जाता है। मानसून के दौरान इंटिमेट हाइजीन बनाए रखना अनिवार्य है। इसके लिए बस अपनी योनी को साफ पानी और साबुन से धोएं। डूशिंग से बचने की कोशिश करें क्योंकि यह आपकी योनि के सभी अच्छे बैक्टीरिया को मार देगा। इसी के साथ यह भी जरूरी है कि आप अपने इंटीमेट एरिया को सूखा और साफ रखें।
2) एक्सरसाइज के बाद बदलें अंडरगार्मेंट- एक्सरसाइज के बाद आपको अपने कपड़ों को पूरी तरह से बदलना चाहिए। अंडरवियर और गीले स्विमसूट को उतारने के बाद इंटिमेट एरिया को अच्छे से साफ करें। इसे पूरी तरह से ड्राई हो जाने के बाद कपड़े पहले। ऐसा करने से संक्रमण को रोका जा सकता है।
3) डिओंडरेंट और परफ्यूम लगानें से बचें- अक्सर लड़कियां ये गलती कर जाती हैं। बदबू से बचने के लिए इंटिमेट एरिया में परफ्यूम लगाने से परेशानी बढ़ सकती हैं। एक्सपर्ट् की मानें तो योनि के आसपास परफ्यूम या डिओंडरेंट लगाने से एलर्जी या रैशेज की समस्या हो सकती हैं। जो आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
4) टाइट कपड़े पहनने से बचे- बारिश के मौसम में स्किनी जींस, टाइट शॉर्ट्स या टाइट अंडरवियर पहनने से आपको बचना चाहिए, क्योंकि टाइट कपड़ों के साथ हाई लेवल की नमी के कारण ज्यादा पसीना आ सकता है। टाइट कपड़े और नमी से चकत्ते, योनि में संक्रमण और यूरिन के रास्ते में संक्रमण हो सकता है क्योंकि योनि के आसपास के एरिया में हवा जाना कम हो जाती है। ऐसे में टाइट और गलत फैब्रिक के कपड़े पहनने से बचेंय़।
5) मानसून में बार-बार शेविंग करने से बचें- इंटिमेट हाइजीन काफी हद तक जघन बालों से निर्धारित होती है, जिसमें घर्षण को कम करने और बैक्टीरिया के प्रसार को रोकने का काम होता है। यह एक कंबल की तरह भी काम करता है जो योनि क्षेत्र को बैक्टीरिया के आक्रमण से बचाता है।
6) बॉडी को रखें हाइड्रेटेड- मानसून के मौसम में ज्यादा मात्रा में नमी होती है, जिसके कारण शरीर में नमक और तरल पदार्थ की काफी कमी हो जाती है। शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करने के लिए, आपको हर दिन कम से कम 2-3 लीटर पानी पीना चाहिए। ऐसा करने से आप हाइड्रेटेड रहेंगे।
7) गुनगुने पानी से खुद को करें साफ- इंटीमेट एरिया काफी सॉफ्ट और संवेदवनशील होता है। इसे सिर्फ गुनगुने पानी से भी साफ किया जा सकता है। हालांकि आपको इस बात का ध्यान रखना है कि बिना डॉक्टर की सलाह के किसी तरह के साबुन या वॉश का इस्तेमाल न करें। क्योंकि इसमें मौजूद केमिकल्स पीएच लेवल को बदल सकते हैं और फिर आपकी परेशानी बढ़ सकती है।
8) पीरियड्स में मेंटेन करें हाइजीन – सैनिटरी पैड्स को सही समय पर बदलती रहें। अगर लंबे समय तक सैनिटरी पैड नहीं बदला जाए, तो उससे स्किन पर रैशेज हो सकते हैं और गंदी बदबू भी आती है। अगर सामान्य फ्लो है तो हर 6-8 घंटे में सैनिटरी पैड बदलना चाहिए।