गरियाबंद— सावन का शुरूर अब सिर चढ़कर बोल रहा है। देश के कोने कोने से कांवरियों का जत्था बाबा धाम पहुंच रहा है। क्या रेल..क्या बस स्टैण्ड सभी जगह हर-हर महादेव का जयघोष सुनने को मिल रहा है। रेल यात्रियों का समय भी हर हर महादेव की गूंज और बाबा भोले नाथ के भजन सुनकर अपने घर पहुंच रहे हैं। गरियाबंद से गरियाबंद मित्र मण्डली कांवरियो का जत्था 11 जुलाई को बाबाधाम रवाना हुआ। भोलेनाथ के दरबार में कांवरियो का 13 सदस्यी दल बुधवार को बाबा धाम में मत्था टेकेंगे। गरियाबंद ज़िला और प्रदेश की जनता के लिए सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगेंगे।
श्रवण मास के महीना के शुरू होते ही देश के कोने कोने से कांवरियों का दल बाबाधाम पहुंच रहा है। लाखों लाख लोग बाबा के चरणों में सिर रखकर सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांग रहे हैं। गरियाबंद से भी कांवरियों का जत्था बाबा बैजनाथ धाम के लिए तीन अगस्त को रवाना हुआ। जत्था में शामिल भाजपा नेता आशीष शर्मा परस देवांगन सुमीत पारख, समेत सभी लोगों ने बताया कि सावन शुरू होते ही बाबा का बुलावा आ जाता है। सभी भक्त साथी खुद बखुद बाबा के दरबार में शामिल होने घर से निकल पड़ते हैं।
आशीष शर्मा ने बताया कि
वे लोग पिछले 10 सालों से सावन में आशीर्वाद लेने बाबा धाम जाते हैं। प्रदेश की एक एक जनता के लिए सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगते हैं। इस समय बाबा का दरबार बहुत ही मनोहारी होता है। दरबार की छटा देखने लायक होती है। लोग देश विदेश से छटा को देखने पहुंचते हैं। भक्त लोग सुल्तानपुर से गंगा जल लाकर बाबा का अभिषेक करते हैं।
गोरे लाल सिन्हा और लोकेश सिन्हा ने बताया
कि इस बार भी हम लोग बाबा का दर्शन करने देवघर पहुंचे हैं। बाबा का अभिषेक कर सुख समृद्धि और प्रदेश के लिए भाईचारे की कामना करेंगे। गरियाबंद से रवाना कांवरिया मित्र मंडली में परस देवाँगन आशु डडसेना आशीष शर्मा पत्रकार गोरे लाल सिन्हा राजू सिन्हारितेश यादव, एवं अतुल गुप्ता सुमीत पारख प्रशांत मनिकपुरी बाबू भोंसले धीरज सोनी शामिल हैं। सभी लोग 11 जुलाई को सुबह 8:50 बजे रायपुर साउथ विहार एक्सप्रेस से देवघर के लिए निकले है।
भाजपा नेता सुमीत पारख बे बतलाया
सभी साथी सुल्तानगंज से जल लेकर पैदल 105 किलोमीटर चलने के बाद बाबा भोलेनाथ की नगरी देवघर पहुचेंगे। गरियाबंद कांवरिया मित्र मंडली पिछले 10 सालों से बाबा बैजनाथ धाम की यात्रा कर रही है। इतने ही सालों से कांवरिया मण्डली रास्ते में सेवा कैंप लगाकर फल और प्रसाद का वितरण भी करती है।