भोपाल। मध्यप्रदेश में चैथी बार शिवराज सिंह चैहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ सोमवार रात में ली। दूसरे दिन मंगलवार की सुबह उन्होंने विधानसभा में विश्वास मत पेश किया, जो विधानसभा में सर्वसहमति से पारित हो गया। इस कार्यवाही के दौरान कांग्रेस का एक भी सदस्य विधानसभा सदन में मौजूद नहीं था। कुछ दिन पहले तक सदन में कांग्रेस के सदस्यों का जमावड़ा देखने में आता था, लेकिन परिस्थितियां पूरी तरह से उलट चुकी हैं और अब सदन में सत्तापक्ष का दायित्व भाजपा के पास आ चुका है। वर्तमान हालात को देखते हुए विधानसभा का सत्र आगामी आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।