दुर्ग। जिले के भिलाई में मंदिर तोड़ने से जुड़ी एक घटना सामने आई है। जहां पर भिलाई स्टील प्लांट द्वारा अवैध कब्जा बताकर भक्तों की आस्था को ठेस पहुंचाते हुए प्रबंधन ने मंदिर को तोड़ दिया। बीएसपी की इस हरकत के बाद आक्रोशित वार्डवासी और हनुमान सेवा वाहिनी संगठन ने एसपी कार्यालय कर घेराव कर बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इस मामले की आग अब और तेजी से बढ़ने लगी है। बता दें कि इस मामले अब लोगों का आक्रोश और बढ़ता जा रहा है।
ये है पूरा मामला:
दरअसल, भिलाई के सेक्टर 8 में नीम और बरगद का पेड़ का है, जिसके नीचे वार्डवासियों ने हनुमान मंदिर स्थापित किए हैं। अब वर्षों पुरानी इस मंदिर को बीएसपी द्वारा अवैध कब्जा बताकर कार्रवाई करते हुए तोड़ दिया गया। इसके बाद लोग आक्रोशित हो गए। वहीं सूचना मिलने के बाद पहुंचे हनुमान सेवा वाहिनी संगठन ने एसपी कार्यालय का घेराव कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। साथ ही मंदिर को पुन: बनाने की मांग रखी। जिस पर आश्वासन मिलने के बाद मामला शांत हुआ।
(मंदिर तोड़ने का वीडियो आया सामने)
मंदिर तोड़े जाने के बाद हिंदू संगठनों ने बीएसपी कार्यालय में जमकर बवाल किया। वहीं एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में हंगामा करते हुए तोड़फोड़ भी की। बीएसपी प्रबंधन द्वारा मंदिर तोड़े जाने को लेकर साफ मना कर दिया गया था। लेकिन अब मंदिर को तोड़ते हुए एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ लोग मंदिर को तोड़ते हुए दिखाई दे रहे है। वहां एक कार भी मौजूद है वहीं एक गार्ड भी वहां उपस्थित थी ।।
(शिवसेना पहुची कलेक्टोरेट तो सेक्टर 6 कोतवाली पहुचे श्री राम संगठन के पदाधिकारी)
बता दें कि आज विरोध प्रदर्शन करने वाले कलेक्टर के पास पहुँचे तब कहीं जाकर प्रशासन ने बातचीत की। श्री राम सेवा संगठन ने एसपी के सामने अपनी मांग रखी है कि पुलिस प्रशासन जनता की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले और मंदिर तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।