इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल का गुरुवार को विस्तार हो गया । प्रदेश के 28 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। मंत्रिमंडल विस्तार में 20 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्री मंत्री बनाए गए। कैबिनेट में भाजपा के 12, सिंधिया गुट के 5 और कांग्रेस छोड़कर आए 3 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। मंत्रिमंडल में एक नाम ना पाकर कई कार्यकर्ता दुखी और गुस्से में हैं। वहीं, मत्रिमंडल के विस्तार के बाद से कार्यकर्ताओं की नाराजगी सामने आई है। बताया जा रहा है कि इंदौर में एक कार्यकर्ता ने आत्मदाह की कोशिश की है।
मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने को लेकर उनके कार्यकर्ताओं में नाराजगी है इसी बात से नाराज एक कार्यकर्ता ने बीजेपी कार्यालय में आत्मदाह करने की कोशिश की है आत्मदाह की कोशिश करने वाले कार्यकर्ता का नाम सुमित हार्डिया बताया जा रहा है।
वहीं, मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने पर रणवीर जाटव का भी बड़ा बयान सामने आया है। रणवीर जाटव ने कहा है कि मंत्रिमंडल में जिन चेहरों को शामिल किया गया, उसे संगठन ने सोच समझ कर ही किया होगा। मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने पर दुखी नहीं है, जो लोग आए हैं अच्छा काम करेंगे। बता दें कि रणवीर जाटव भी सिंधिया समर्थक नेता है और वे भी सिंधिया के छोड़ने के बाद ही कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे।
सोशल मीडिया पर समर्थकों की प्रतिक्रिया
- राजेश सिरोडकर ने लिखा – विष तो रमेशजी ने पिया, आपने कहां शिवराज जी…
- एक समर्थक ने लिखा- विष तो रमेशजी ने पिया शिवराजजी, जिस दिन हमारे दादा का आदेश होगा, उस दिन हम भी सड़कों पे उतरेंगे। हम भी पार्टी छोड़ने को तैयार हैं। दादा के लिए, परंतु दादा ने कभी किसी को गद्दारी करना नहीं सिखाया, वरना आज माहौल कुछ अलग होता, लेकिन भाजपा मजबूर कर रही है माहौल बदलने पर। दादा की वजह से इंदौर और कहूं तो मप्र में भाजपा का नाम है। लोग कहते हैं विधायक हो तो रमेश मेंदोला जैसा, पर पार्टी इस बात को पता नहीं कब समझेगी। शायद जब दादा अपने रौद्र रूप में आएंगे तब।
- कार्यकर्ता के दिलों पर राज करने वाला, हर जगह भाजपा के लिए अंगद बन कर खड़े रहने वाले दादा को मंत्रिमंडल में न लेना भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए बड़ा आघात है।