नई दिल्ली. सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की जुलाई में होने वाली लंबित परीक्षाएं रद्द होने के बाद अब सभी की निगाहें नीट (NEET) और जेईई मेन (JEE Main) के एग्जाम पर टिकी हैं. हालांकि स्टूडेंट्स और पेरेंट्स कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए नीट और जेईई एग्जाम रद्द करने की मांग करते रहे हैं, लेकिन अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है. बावजूद इसके मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इन परीक्षाओं के आयोजन पर फैसला लेने के लिए गत बृहस्पतिवार एक पैनल का गठन किया था जो आज यानी शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा. माना जा रहा है कि शुक्रवार को ही परीक्षाएं रद्द या स्थगित करने को लेकर अंतिम फैसला भी ले लिया जाएगा.
रद्द होना इसलिए तय!
दरअसल, जेईई मेन परीक्षा (JEE Main Exam) 18 जुलाई से 23 जुलाई तक कराई जानी प्रस्तावित है, वहीं नीट का एग्जाम (NEET Exam) 26 जुलाई और जेईई एडवांस का 23 अगस्त को होना है. जुलाई में ये परीक्षाएं कराने का फैसला ये सोचकर लिया गया था कि देश में कोरोना वायरस के मामले तब तक काबू में आ जाएंगे. मगर मौजूदा स्थिति ये है कि कोरोना वायरस के मामले रोजाना नया रिकॉर्ड बनाते नजर आ रहे हैं. यही वजह है कि जुलाई में होने वाली सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की लंबित परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया. ऐसे में जेईई और नीट एग्जाम के साथ भी ऐसा ही कुछ होना लगभग तय है.
25 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स
नीट और जेईई मेन की परीक्षाओं में देशभर में करीब 25 लाख स्टूडेंट्स हिस्सा लेने वाले हैं. जहां नीट और जेईई मेन परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए कराती है, वहीं जेईई एडवासं का आयोजन आईआईटीज के जिम्मे होता है. अगर जेईई मेन परीक्षाएं स्थगित की जाती हैं तो फिर जेईई एडवांस की परीक्षा के लिए भी नई तारीखों का ऐलान किया जाना तय है.