बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक महिला डॉक्टर ने शुक्रवार देर रात आत्महत्या कर ली। उनका शव शनिवार सुबह उनके बेडरूम में मिला है। डॉक्टर ने खुद को एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर सुसाइड किया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने इंजेक्शन का हाईडोज लिया है, जिसके कारण उनकी मौत हुई है। खास बात यह है कि इसी दिन महिला डॉक्टर का 60वां जन्मदिन भी था। अभी तक आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है। घटना सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की है।
पति का उपचार कराने के बाद दोनों रायपुर से घर लौटे
जानकारी के मुताबिक, सिविल लाइंस निवासी डॉ. अलका राहलकर (60) शहर की जानी-मानी चिकित्सक थीं। उनके पति डॉ. चंद्रशेखर राहलकर कैंसर स्पेशलिस्ट हैं और बेटा भी सिंगापुर में डॉक्टर है। डॉ. चंद्रशेखर दो साल से हार्ट पेंशेट हैं और उनका अपोलो और रायपुर के श्रीराम अस्पताल से उपचार चल रहा है। एक दिन पहले ही पति का उपचार कराने के बाद दोनों रायपुर से घर लौटे थे। शुक्रवार को डॉ. अलका का जन्मदिन भी था।
डिप्रेशन की थी शिकार
डॉ. अलका ने अपने पति और परिवार के साथ अपना जन्मदिन अच्छे से मनाया। इस दौरान उन्होंने सिंगापुर में बेटे को भी कॉल किया, लेकिन उससे बात नहीं हो सकी। इसके बाद सब लोग अपने-अपने कमरे में चले गए। देर रात डॉ. अलका ने हाईडोज एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगा लिया। जिसके कारण उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि डॉक्टर अलका काफी दिनों से डिप्रेशन में चल रही थीं। इसे पति की बीमारी से जोड़कर देखा जा रहा है।
पोस्टामर्टम ना करने की कही बात
पुलिस ने बताया कि मौके से एक सुसाइड नाेट बरामद हुआ है। इसमें लिखा है कि जीवन से पूरी तरह संतुष्ट हूं। होश हवास में आत्महत्या कर रही हूं। इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। हालांकि डॉ. अलका ने आत्महत्या का कारण नहीं लिखा है। वहीं पोस्टमार्टम नहीं कराए जाने की भी बात कही है। डॉ. अलका राहलकर का इंदु उद्यान चौक के पास एंडोस्कोपी एंड सर्जिकल क्लीनिक भी है। जिसका संचालन वो ही करती थीं।