राजनादगांव। जिले के खैरागढ़ में ग्रामीणों का पैसा डबल करने और ठगी के मामले में पलिस ने भाजपा नेता समेत चार आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस मामले के मुख्य आरोपी तरुण साहू समेत तीन आरोपी फरार चल रहे है। ग्रामीणों ने सर्वोदय मल्टीट्रेडनाम के कंपनी में लाखों रूपए निवेश किए थे। प्राफिट को लेकर ग्रामीण बार-बार दफ्तर का चक्कर लगाते रहे। परेशान ग्रामीणों ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई है। मामले गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने पांच आरोपी को गिरफ्तार किया है वही तीन आरोपी आभी फरार चल रहे है।
जानकारी के मुताबिक खैरागढ़ भाजपा मंडल अध्यक्ष कमलेश कोठले और उसके साथी तरूण साहू (अर्जुन्दा बालोद), राजकुमार साहू (खैरागढ़), चम्मनदास साहू (अर्जुन्दा बालोद), सत्यपाल वर्मा (चीचा दुर्ग), रंजीत सोनकर (बालाघाट), राजेन्द्र स्वान्सी (रांची) ने सर्वोदय मल्टीट्रेड लिमिटेड कंपनी के अधीन माईक्रो इन्वेसमेंट का डायरेक्टर बनकर खैरागढ़ क्षेत्र में लोगों से मासिक, छैमासी, सालाना, पांच वर्ष तथा 15 वर्ष के लिए अलग-अलग ब्याज दरों पर रकम जमा कराया। लोगों को निवेश कराने के दौरान आरोपियों ने दोगुना तथा 8 गुना रकम वापस मिलने का झांसा दिया।
इस दौरान खैरागढ़ में संचालित ब्रांच में आसपास के दर्जनों ग्रामीणों ने लाखों रुपए जमा कराए। इन्हीं निवेशकों में खिलावन चंद्राकर द्वारा 2011 से लगातार 2019 तक साढ़े 7 लाख रुपए सपत्नीक जमा कराया। वहीं एक और हितग्राही रामप्रसाद पटेल ने भी 9 लाख रुपए कंपनी में निवेश किए। इसी तरह अलग-अलग गांव के लोगों ने भी कंपनी करीब 35 लाख रुपए का निवेश किया।
इसके ठीक बाद कंपनी एकाएक अपना कारोबार छोडक़र रफूचक्कर हो गई, तब से निवेशक रकम के लिए ब्रांच का चक्कर लगाते रहे। बताया जा रहा है कि भाजपा मंडल अध्यक्ष कमलेश कोठले ने अपने राजनीतिक प्रभाव के जरिये लोगों को निवेश कराने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं दीगर जिलों के कथित डायरेक्टरों को कोठले का भरपूर साथ मिला। अब पूरा मामला पुलिस तक पहुंच गया है।
जानकारी के मुताबिक खैरागढ़ के ग्रामीण इलाकों में करीब 10 साल के भीतर चिटफंड कंपनी के जरिए आरोपियों ने बड़ी रकम लोगों से ऐंठ ली है। रकम वापस करने की मियाद पूरी होने से पहले ही कंपनी ने अपना बोरिया-बिस्तर समेट लिया। लाखों रुपए की चपत लगने के बाद लोगों ने पुलिस में मामले की शिकायत की। इस संबंध में खैरागढ़ पुलिस का कहना है कि मंडल अध्यक्ष कोठले समेत 4 को फिलहाल हिरासत में लिया गया। तीन अन्य आरोपी की खोजबीन की जा रही है। पूरे मामले का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस डायरेक्टरों की पृष्ठभूमि को लेकर जानकारी जुटा रही है।