शोभायात्रा में लोक रेला पाटा नृत्य पर झूमे आदिवासी, मनाया दिवस का जश्न
जिला मुख्यालय समेत जिले भर में बुधवार को विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर शहर में विभिन्न आयोजन किए गए। शाम 5:30 बजे आदिवासी समाज की शोभायात्रा निकली शोभायात्रा में शामिल युवक-युवतियां लोकनृत्य पर झूमते हुए आकर्षण की केंद्र बने रहे। शोभायात्रा के पश्चात आदिवासी सामुदायिक भवन में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें उत्साह से आदिवासी समाज के लोगों ने हिस्सा लिया और आकर्षक प्रस्तुतियां दीं।
विश्व जनजाति दिवस के अवसर पर जनजाति विकास मंच द्वारा गरियाबंद इंडोर स्टेडियम में समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आदिवासी समाज के प्रतिष्ठित बुजुर्ग भारत दीवान ने की। मुख्य अतिथि ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के जनजाति समाज ने देश की स्वतंत्रता में अपने प्राणों की आहुतियां दी है। सैकड़ों वर्षों तक जनजाति समाज ने इस देश पर राज किया हैपूरा विश्व आज आदिवासी दिवस मनाता है ।ज़िला पंचायत सदस्य लोकेश्वरी नेताम ने कहा की आज विश्वआदिवासी दिवस के अवसर पर आज सभी आदिवासी एक मंच ओर आकर इस दिवर भव्यता से मनाते है यही हमारी एकता और अखंडता की पहचान है, वही उन्होंने जय बूढ़ा देव की नारे नगर के तिरंगा चौक पर लगवाए
ज़िला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेतमा ने कहा कि आदिवासी समाज को समय के साथ हर वर्ग और समाज के साथ दुनिया के कोने कोने में जाना जा रहा है आदिवासी भाई अपने समाज का नाम रौशन कर रहे है और हर वर्ग के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल रहा है
‘सेवा-सेवा’ के नारे के साथ शोभायात्रा
कार्यक्रम के अंत में शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा इंडोर स्टेडियम से बस स्टैंड, तिरंगा चौक, कलेक्ट्रेट, स्टेडियम होते हुए आदिवासी परिसर में सम्पन्ना हुई। शोभायात्रा में पढेवाम, लिखेवाम-मुन्नो बढ़े वाम, भारत माता की जय, सेवा-सेवा के नारे लगाए गए। शोभायात्रा में आदिवासी लोकनृत्य व संस्कृति की झलक देखने को मिली। डीजे और ढोलक की थाप पर निकली शोभायात्रा में आदिवासी अपनी संस्कृति की झलक दिखा रहे थे। शहर में जहां से भी रैली निकली वहां आदिवासी संस्कृति के रंग में शहर रंग गया।
इंडोर स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम
बारिश की वजह आदिवासी सामुदायिक भवन से यह कार्यक्रम इंडोर स्टेडियम आयोजित कियागया विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर पूजा अर्चना हुई। दोपहर बाद में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर प्रभात मलिक एडीएम जे॰आर॰ चौरशिया एवं समाज के सभी पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। अतिथियों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। अतिथियों के उद्बोधन के बाद उत्कृष्ट कार्य करने वाले आदिवासियों समाज के सदस्यों का स्वागत किया गया। इसके बाद गोंडी लोकगीत, लोकरंग सहित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें समाज की प्रतिभाओं ने उत्साह के साथ शिरकत कर प्रस्तुतियां दी।
दिसंबर 1994 में संयुक्त राष्ट्र की महासभा द्वारा ‘विश्व आदिवासी दिवस मनाने की घोषणा पहली बार की गई थी। तब से यह दिन 9 अगस्त को मनाने की शुरुआत हुई है। आज भी संपूर्ण विश्व में यह ‘विश्व आदिवासी दिवस’ बड़े हि धूमधाम से मनाया जाता है। विश्व के समस्त आदिवासियों के अधिकार और संस्कृति, विविधता का सम्मान करना यह इसके पीछे का उद्देश्य है
ये रहे उपस्थित- भारत लाल दीवान सर्व आदिवासी समाज जिला अध्यक्ष लोकेश्वरी नेताम प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रभात लोकेश्वरी नेताम ब्लॉक अध्यक्ष उमेन्द्री ध्रुव अध्यक्ष आदिवासी विकास परिषद आदिवासी समाज संजय नेताम जिला पंचायत उपाध्यक्ष पारस ठाकुर सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग जिलाध्यक्ष नरेंद्र धुर्व पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीष गुरु सरपंच संघ अध्यक्ष मनीष धुर्व सरपंच सुरेखा नागेश सरपंच भूपेंद्र ध्रुव सरपंच, श्री मति लालिमा ठाकुर अध्यक्ष जनपद पंचायत गरियाबंद,