What Is Monkeypox Spread: दुनियाभर में मंकीपॉक्स वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. ये हल्की चेचक जैसी बीमारी है. सबसे पहले ये वायरस 1958 में एक रिसर्च के दौरान बंदरों में पाया गया था. इसीलिए इसका नाम मंकीपॉक्स रखा गया. हालांकि बंदरों में ये वायरस कहां से आया इसका अभी तक पता नहीं चला है, लेकिन बंदरों से ये वायरस इंसानों और दूसरे जानवरों में फैला है. शुरुआत में अफ्रीकी देशों के लोगों में ये संक्रमण पाया गया. संक्रमित व्यक्तियों ने दूसरे देशों की अंतर्राष्ट्रीय यात्रा की जिससे मंकीपॉक्स कई अन्य देशों में फैल गया है.
अब ये बीमारी एक वैश्विक आपातकाल बन गई है. हालांकि राहत की बात ये है कि मंकीपॉक्स कोरोना जितना घातक नहीं है. आज हम आपको मंकीपॉक्स के बारे में कुछ अहम बातें बता रहे हैं जिन्हें जानने के बाद आप इस बीमारी को फैलेन और इससे संक्रमित होने से बच सकते हैं.
मंकीपॉक्स के लक्षण, कारण और बचाव
- मंकीपॉक्स वायरस संक्रमित व्यक्ति के शरीर पर होने वाले दाने और उससे निकलने वाले लिक्विड से सीधे संपर्क में आने से फैलता है.
- ये बीमारी संक्रमित रोगी के छींकने और खांसने पर हवा में फैले वायरस की बूंदों से भी फैलता है.
- अगर आप संक्रमित व्यक्ति से शारीरिक संबंध और यौन संपर्क करते हैं तो ये आपको हो सकता है.
- अगर कोई प्रेगनेंट महिला मंकीपॉक्स से संक्रमित है तो उसके गर्भ में पल रहे शिशु को भी संक्रमण हो सकता है.
- अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति की इस्तेमाल की गई तौलिया, उसके कपड़े, और बिस्तर का उपयोग करते हैं तो आप संक्रमित हो सकते हैं.
- अगर कोई जानवर मंकीपॉक्स से संक्रमित है तो उस संक्रमित जानवर के खरोंचने या काटने से संक्रमण हो सकता है.
- मंकीपॉक्स का इनक्यूबेशन यानि फैलने का समय 1-2 सप्ताह होता है. शरीर पर होने वाले दानों को पूरी तरह ठीक होने में करीब 1 महीना लग सकता है.
- अगर कोई एसिम्टोमैटिक यानि बिना लक्षण वाला मरीज है तो ये लोगों को संक्रमित नहीं कर सकता है.
- मंकीपॉक्स से पीड़ित मरीज को ठंड लगना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और गले में खराश के साथ बुखार आता है.
- इसके प्रमुख लक्षण शरीर पर दाने या फुंसी होना और लिम्फ ग्रंथियों में सूजन आना है.
- जब तक दाने पूरी तरह से ठीक न हो जाएं, पुरानी स्किन निकल कर नई स्किन न आ जाए आप संक्रमण फैला सकते हैं.
- अगर आपको मंकीपॉक्स के लक्षण दिखें तो खुद को आइसोलेट कर लें और तुरंत अपना टेस्ट करवाएं.
- जब तक रिपोर्ट न आए दूसरे लोगों से दूरी बनाकर रखें. किसी भी सार्वजनिक जगह पर जाने या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने से बचें.
- अगर हॉस्पिटल जा रहे हैं तो फुल स्लीव्स के कपड़े और पैरों में फुल कपड़े पहनें और चेहरे पर मास्क लगाकर रखें.
- मंकीपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति को अपने घर में या आसपास मौजूद जानवरों से भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए.