यह उपवास मेरे परिवार के साथ साथ समूचे नारी शक्ति को महाशक्ति का स्वरूप देने की मंगल कामना के साथ करता हूं।
रायपुर। महिलाएं वर्ष में कई बार पतिदेव व बच्चों के मंगल के लिए उपवास करती है पर पुरुषों के लिए कोई व्रत पत्नियां, बच्चों के लिए क्यों नहीं होता ? यह कहां का न्याय है ?
इसलिए मुझे इस व्रत को करने से दिल से खुशी होती है। शांति मिलती है और सुकून मिलता है। नारी है तो सृष्टि है सृष्टि है तो हम हैं।
नारी नहीं होती तो भगवान भी नहीं होते। हम सब कोई नहीं होते। इसलिए नारी की पूजा श्रेष्ठ धर्म है। जिस घर में नारी के चेहरे पर मुस्कान हो वह घर स्वर्ग बन जाता है।