माँ ही पहली शिक्षिका, पहला स्कूल”.. ग़फ़्फ़ु मेमन
गरियाबंद नपा अध्यक्ष ने शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने माता के साथ सोशल मीडिया पर एक पोस्ट अपलोड किया और साथ ही उन्होंने एक मार्मिक कैपसंन लिखा पोस्ट में उन्होंने अपनी माँ को अपना पहला गुरु बतलाया पालिका अध्यक्ष ने आगे लिखा,
माँ एक उम्मीद है, एक आस है परिवार की हिम्मत और विश्वास है,माँ संघर्ष की आंधियों में हौसलों की दीवार है परेशानियों से लड़ने को दो धारी तलवार है,मेरी माँ जिम्मेवारियों से लदी गाड़ी का सारथी है सबको बराबर का हक़ दिलाती यही एक महारथी है,माँ ज़मीर है माँ जागीर है मेरी माँ ही मेरे जीवन के सबसे बड़े शिक्षिका है
माँ एक शिक्षिका है माँ मित्र है और माँ ही एक सच्ची मार्गदर्सक- ग़फ़्फ़ु मेमन
नपा अध्यक्ष ग़फ़्फ़ु मेमन ने अपनी माँ को अपने जीवन की पहली शिक्षिका बतलाते हुए ये लाइनें उनको समर्पित करते हुए लिखा
मेरे पिता मेरे राजनीतिक गुरु- ग़फ़्फ़ु
साथ नपा अध्यक्ष ग़फ़्फ़ु मेमन ने अपने वे जब कभी किसी परेशानी या किसी मुद्दे को पे कर काफ़ी नर्वस या परेशान रह्ते है तो सिर्फ़ उन्हें अपने पिता का ख़्याल आता है चाहे वो किसी भी मुद्दे को ले कर हो जब तो वो उनसे उस बात को पूरी तरीक़े से अपने दिल की बात ना कर ले उन्हें तब तक सुकून नहि मिलता चाहे वो शहर में हो या अगर शहर से बाहर हो तो फ़ोन के माध्यम से मै उनसे बात कर अपनी बातों को उसने शेयर करता हूँ और जब तक उसने मेरी बात ना हो तब तक मै खुद को असहज महसूस करता हूँ मै अपने पिता को अपना शिक्षक और एक मित्र की तरह मानता हूँ उन्होंने में हमेसा मेरा साथ दिया हर उस मौक़े पर मेरा हाथ थामा और मुझे आगे बढ़ने का हौसला दिया मेरे पंखों को सही माएने में उड़ान मेरे पिता ने दिया
नपा अध्यक्ष ने कहा मेरे जीवन और मेरे रजिनितिक क्षेत्र में माता पिता के अलावा उनके जीवन में गुरुओ का बहुत बड़ा योगदान रहा है चाहे वो रजिनीति हो खेल हो या पढ़ाई मुझे हमेसा से ही गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त हुआ आज मै जो कुछ भी हूँ और जो भी सीखा पाया हूँ उन सब में मेरे गुरूजनो का बहुत बड़ा योगदान है,