जगदलपुर / स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने शुक्रवार को शहर के महारानी अस्पताल के स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की कायाकल्प से खुश होकर सिविल सर्जन को सम्मानित भी किया। महारानी अस्पताल के कायाकल्प में यहां कार्य करने वाले सभी अधिकारी-कर्मचारियों के योगदान को महत्वपूर्ण बताया।
मंत्री सिंहदेव ने मंत्री सिंहदेव ने अस्पताल के नवनिर्मित बर्न ट्रॉमा यूनिट, आपातकाल सर्जिकल और मेडिकल आईसीयू वार्ड का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य लाभ लेे रहे मरीजों से चर्चा की और अस्पताल में दी जा रही सेवाओं की जानकारी भी ली। उन्होंने बाह्य रोग विभाग में आने वाले मरीजों से चर्चा भी की। इस अवसर पर बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव आर प्रसन्ना, स्वास्थ्य सेवाएं एवं मिशन के संचालक भीम सिंह, छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य सेवा निगम के प्रबंध संचालक अभिजीत सिंह, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के संयुक्त संचालक आर राजन, सिविल सर्जन डाॅ. प्रसाद, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ आरके चतुर्वेदी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
महारानी अस्पताल में निरीक्षण के दौरान मंत्री ने आयुष्मान योजना तथा डॉक्टर खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत दी जा रही सेवाओं की जानकारी ली और अपने स्वयं के कार्ड की भी जांच करवाई। महारानी अस्पताल द्वारा कुल भर्ती मरीजों के विरुद्ध 112 प्रतिशत ब्लॉकिंग किए जाने पर मंत्री सिंहदेव ने प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने बाह्य रोग विभाग में आने वाले मरीजों से भी चर्चा की। मंत्री ने चिकित्सकों द्वारा दी गई सलाह के अनुसार दवाइयों की उपलब्धता अस्पताल स्तर से ही किए जाने पर प्रसन्नता जाहिर की। इसके उपरांत डायलिसिस वार्ड, मेडिसिन मेल और फीमेल वार्ड का निरीक्षण किया, जहां भर्ती मरीज ने अस्पताल में डायलिसिस सेवाएँ आरंभ करने पर शासन और मंत्री का आभार व्यक्त किया।
मंत्री सिंहदेव ने महारानी अस्पताल में आयोजित अधिकारियों की बैठक में अस्पताल में दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में आ रहे सुधार पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए सेवाओं के लिए सिविल सर्जन और उनकी टीम की सराहना की। मंत्री ने कहा कि अन्य जिला अस्पतालों की तुलना में महारानी अस्पताल में मरीजों का अधिक संख्या होने के बावजूद गुणवत्तापूर्ण सेवाए दी जा रही हैं, जिसके कारण भ्रमण के दौरान कोई शिकायत भी प्राप्त नहीं हुई। यहां किए जा रहे अच्छे कार्यों को आगामी दिनों में रायपुर में आयोजित होने वाली मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक में प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि छत्तीसगढ़ के अन्य स्वास्थ्य केंद्र भी महारानी अस्पताल जैसी गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। बैठक में अस्पताल से संबंधित समस्याओं पर भी चर्चा की गई।