बिहार में नीतीश सरकार ने 16 जुलाई से 31 जुलाई तक संपूर्ण लॉकडाउन करने की घोषणा कर दी है। इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं की ही इजाजत होगी। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल रहा है। पिछले 24 घंटे में बिहार के सभी 38 जिलों में 1116 नये केस और नौ लोगों की मौत हो गई जिन्हें मिलाकर राज्य में इस महामारी में जान गंवाने वालों की संख्या 134 हो गयी है। वहीं, इस अवधि में कोविड-19 के 1116 नए मरीज सामने आने के साथ राज्य में सोमवार को संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 हजार के पार चली गया है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 17421 हो गयी है।
3 दिन में मिले 3 हजार से ज्यादा संक्रमित और 23 की हुई मौत
राजधानी पटना समेत बिहार के 15 जिलों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। 15 जिलों में फिर से लगे लॉकडाउन के बाद भी 3 दिन में 3 हजार से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसे ऐसे समझिए कि 10 जुलाई की दोपहर बिहार में 14,330 कोविड पॉजिटिव थे। लेकिन 13 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग के ही आंकड़ों के मुताबिक संक्रमितों की तादाद बढ़कर 17,421 हो गई. वहीं 10 से 13 जुलाई के बीच 23 लोगों की मौत हुई है, जिसमें एक डॉक्टर भी शामिल हैं।
राजधानी पटना की हालात है बहुत खराब
राजधानी पटना में कोरोना ने अपनी रफ्तार तेज कर दी है। यहां संक्रमितों की कुल संख्या 2097 हो गई है। वहीं जिले में कोरोना संक्रमण के केस बढ़ने के साथ ही कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी इजाफा हुआ है। अब इसकी कुल संख्या बढ़ कर 90 हो गयी है. पटना सिटी में 20 कंटेनमेंट जोन है। वहीं कंटेनमेंट जोन में घरों की कुल संख्या 15,981 तथा व्यक्तियों की कुल संख्या 74,476 है। अनुमंडलवार कंटेनमेंट जोन की स्थिति देखे तो पटना सिटी में 20 कंटेनमेंट जोन हैं। जबकि पटना सदर में 34, दानापुर में 21, मसौढ़ी में 7, पालीगंज में 8 हैं।