दुर्ग जिले से 22, या 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम निकुम में माता निकुम्भला का का मंदिर अपने आप मे प्रसिध्द है व लोगो की आस्था इस मंदिर से जुड़ी हुई है कहा जाता है कोई भी श्रद्धालु अपनी मन की मुराद या अपनी परेशानी को लेकर जब भी मंदिर में पहुंचता है माता निकुम्भला उनकी मुराद अवश्य पूरा करती है माता के मंदिर में सभी त्योहार बड़े धूम धाम से सम्पन्न किए जाते है व सभी तरह के यज्ञ का आयोजन भी मंदिर में पिछले कई वर्षों से किया जाता रहा है और आज भी यह परंपरा जारी है इसी कड़ी में नवरात्रि के अवसर पर निकुम्भला मंदिर में माताजी के द्वारा महागड़पति महायज्ञ का आयोजन किया गया 9 दिनों तक चलने वाले महायज्ञ के समापन अवसर पर 9 कन्याभोजन कराया गया आपको बता दे कि माताजी के द्वारा सन 1988 से सभी तरह के यज्ञ करवाए जाते है यही कारण है कि 2003 में आदिगुरु शंकराचार्य भी निकुम पहुंचे थे सन 2020 में 85 दिनों के लिए माताजी के द्वारा मंदिर में प्रीति महायज्ञ का आयोजन करवाया गया था और आगामी 22 जनवरी से 16 फरवरी 2023 तक समुद्र मंथन अमृत कलश महायज्ञ का आयोजन भी मंदिर परिसर में कराया जायेगा जिसकी तैयारियां जोर शोर से की जा रही है मंदिर के महत्व को बताते हुए नमिता देशमुख ने बताया कि माताजी के दरबार मे जो भी भक्त अपनी मनोकामना लेकर आता है माताजी उसे अवश्य पूरा करती है यही कारण है कि मंदिर का महत्व दिन प्रतिदिन बढ़ता ही चला जा रहा है