रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लॉक डाउन के दौरान जनता की नब्ज जानने के लिए फोन पर सीधे समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से बातचीत की और उन्हें आ रही दिक्कतों के सम्बंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अपने निवास से फोन के जरिये इनसे बातचीत की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों की हर संभव मदद के लिए पूरे प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में रहने वाले किसान, मजदूर, नर्स, ग्रामीण, सफाईकर्मी, सब्जी दुकानदार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और महिला सरपंच से बातचीत की।
मुख्यमंत्री ने जशपुर जिले की ग्राम पंचायत जूजगु की महिला सरपंच श्रीमती कुंती बनवासी से फोन पर पूछा कि उनकी ग्राम पंचायत में उचित मूल्य की दुकान से राशन मिलना शुरू हुआ है या नहीं। श्रीमती कुंती ने बताया कि दो माह के राशन का वितरण प्रारंभ कर दिया गया है। लोगांे को घर पहंुचाकर चावल दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने उनके इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि राशन पहंुचाते समय यह भी ध्यान रखें कि ज्यादा भीड़-भाड़ ना हो। मुख्यमंत्री ने स्कूलों के बच्चों को मध्यान्ह भोजन की सामग्री और आंगनबाड़ी के बच्चों को पोषण आहार वितरण के संबंध में भी पूछा। मुख्यमंत्री ने सरपंच से यह ध्यान रखने के लिए कहा कि गांव में कोई भूखा न सोए। श्रीमती कुंती ने बताया कि गांव में तीन ऐसे लोग हैं जिनके राशनकार्ड नही बने हैं। मुख्यमंत्री ने ऐसे लोगों को ग्राम पंचायत में रखे गए दो क्विंटल चावल में से चावल देने को कहा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर चावल खत्म हो जाए तोे अतिरिक्त चावल अधिकारियों से बोलकर प्राप्त कर लें।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का फोन भिलाई 3 के एकता नगर, वार्ड 8 के निवासी साईकल एवं पंचर सुधारने वाले श्रमिक अशोक कटाने के पास आया। मुख्यमंत्री ने अशोक से कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रदेशवासियों का कुशल-क्षेम जानने वे फोन से संपर्क कर रहे हैं और हर तबके से संपर्क कर रहे हैं ताकि उनका संबल बढ़ा सकें। इस परिस्थिति में शासन द्वारा लोगों को संकट से उबारने अनेक कदम उठाये गए हैं। इनका लाभ उन्हें किस तरह से मिल रहा है। यह जानने फोन किया है।