सक्ती। SAKTI NEWS : मुंबई हावड़ा रेल मार्ग पर वर्षों पुराना जेठा रेलवे स्टेशन कहने को तो इस क्षेत्र का प्रमुख स्टेशन है जहां अब जिला मुख्यालय भी बन गया है, लेकिन यहां बुनियादी सुविधाओं का बड़ा ही अभाव है। दोनों प्लेटफार्मों पर स्ट्रीट लाइटें तो लगाई गई हैं किंतु विगत लंबे समय से इनमें रोशनी नहीं है, जिससे शाम होते ही यह स्टेशन अंधेरे में गुम हो जाता है। इसका लाभ उठाकर अराजकतत्व यहां डेरा जमाकर नशापान सहित असामाजिक घटनाओं को आए दिन अंजाम देते रहते हैं। । रेल्वे के जिम्मेदार अधिकारी पूरी तरह मुंह मोड़े क्षेत्रीय जनता को सिर्फ आश्वासनों की घुट्टी पिलाने तक ही सीमित हैं। इस जगह पर सुलभ शौचालय की भी आवश्यकता है।
विदित हो कि स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत का नारा देकर सरकार प्रतिवर्ष भारी-भरकम बजट खर्च कर रही है, लेकिन रेलवे स्टेशन जेठा के यात्री जरूरत पड़ने पर शौचालय ढूंढते-फिरते हैं।
पूर्व सरपंच जेठा गणेश चंद्रा ने रेल्वे स्टेशन की विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रेस को बताया कि खराब लाइटों को ठीक कराने व अन्य सुविधाओं के लिए रेल्वे के उच्चाधिकारियों को समय रहते ध्यान देने की जरूरत है अन्यथा क्षेत्रीय जनता आंदोलन करेगी।