रायपुर। RAIPUR NEWS : राजधानी के दीनदयाल ऑडिटोरियम में 14-15 अक्टूबर को आयोजित रायपुर आर्ट लिटरेचर एंड फ़िल्म फ़ेस्टिवल का समापन देर रात हुआ। कार्यक्रम की ऑर्गनाइज़र एवं क्यूरेटर प्रीति उपाध्याय ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार के संस्कृति विभाग तथा टूरिज्म बोर्ड के सहयोग से आयोजित “रायपुर आर्ट लिटरेचर एंड फ़ेस्टिवल” में उस समय कई भावुक पल भी आये, जब प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक अनुराग बसु ने छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले 21 कलाकारों का सम्मान किया।
रायपुर आर्ट लिटरेचर एंड फ़िल्म फ़ेस्टिवल में हुई फिल्मों की स्क्रीनिंग
प्रीति उपाध्याय ने बतलाया कि 15 अक्टूबर की सुबह 10 बजे रायपुर आर्ट लिटरेचर एंड फ़िल्म फ़ेस्टिवल की शुरुवात राजकुमार सोनी द्वारा शहीद शंकर गुहा नियोगी के जीवन पर बनाई गई डाक्यूमेंट्री से हुई जिसे दर्शकों ने बेहद सराहा।
रुनझुन जैन के निर्देशन तथा मनोज वर्मा द्वारा प्रोड्यूस की गई लघु फ़िल्म “पिचकारी”दर्शकों की तालियां तथा आंखों में आंसूं लाने में सफल रही।युवा निर्देशक रुनझुन जैन ने दर्शकों के उत्सुकता भरे प्रश्नों का जवाब बड़े ही आत्मविश्वास के साथ दिया।
उज्वल दीपक द्वारा प्रोड्यूस की गई हिंदी भाषा की मिस्ट्री फ़िल्म “माय क्लाइंट्स वाइफ” को भी दर्शकों ने पसंद किया। फ़िल्म के बाद गौरव गिरजा शुक्ला के साथ हुई चर्चा में उज्वल ने बताया कि वह बचपन में अल्फ्रेड हिचकॉक की फिल्मों से प्रभावित रहे हैं और इस फ़िल्म में उसका प्रभाव है। उज्वल ने बताया कि फ़िल्म की आउटडोर शूटिंग रायपुर में हुई है तथा इंडोर शूटिंग को मुंबई में सम्पन्न कराया गया था।
भिलाई में रहने वाले प्रोड्यूसर डायरेक्टर नीरज ग्वाल की फ़िल्म “फोर सम” का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल में किया जाता रहा है ये पहला मौका था जब इसकी स्क्रीनिंग रायपुर आर्ट लिटरेचर एंड फ़िल्म फेस्टिवल में की गयी” युवाओं में नशे का क्या दुष्प्रभाव औऱ दुष्परिणाम हो सकता है ये फ़िल्म इस पर आधारित थी।इस फ़िल्म को युवा दर्शकों ने बेहद पसंद किया।
छत्तीसगढ़ी भाषा की महुं कुंवारा तहुँ कुंवारी फ़िल्म के को प्रोड्यूसर नीरज
विक्रम इसकी स्क्रीनिंग के लिए विशेष रूप से मुम्बई से पधारे थे। फ़िल्म के उपरांत निर्देशक मनोज वर्मा और रॉकी दासवानी ने फ़िल्म से जुड़े कई रोचक किस्से दर्शकों से साझा किए। आकाश सोनी सहित फ़िल्म के अन्य कलाकारों को भी मंच पर बुलाया गया।
अजीत सिंह राठौड़ की साउंड डिज़ाइनिंग के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शार्ट फ़िल्म “क्रमशः” दर्शकों की तालियां बटोरने में सफल रही। इसके बाद अजीत सिंह राठौड़ ने दर्शकों के कई सवालों के जवाब भी दिए। बातचीत में अजीत सिंह राठौड़ ने बतलाया कि इस पूरी फिल्म में प्राकृतिक साउंड का प्रयोग किया गया था सिर्फ दो जगह ही मशीनी साउंड हैं। एक जगह घड़ी की टिकटिक तथा दूसरी जगह विमान उड़ने की आवाज़।
निर्देशक और लेखक अपूर्व धर बड़गियां की फ़िल्म चमन बहार को देखने दर्शक देर रात तक बैठे रहे। अपूर्व ने बतलाया कि प्रदेश के लोरमी की पृष्ठभूमि बतला कर बनाई गई इस फ़िल्म की अधिकांश शूटिंग नवा रायपुर के एक सरकारी ऑफिस को घर दिखा कर की गई थी। इस फ़िल्म को ओटीटी प्लेटफार्म में भी दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं।यूडली फ़िल्म जिनके पास चमन बहार का कॉपी राइट है इसे रायपुर आर्ट लिटरेचर एंड फ़िल्म फ़ेस्टिवल में विशेष स्क्रीनिंग के लिए कार्यक्रम की संयोजक प्रीति उपाध्याय को विशेष अनुमति प्रदान की थी।
“अनुराग बासु ने इन 21 कलाकारों का किया सम्मान”
1. संतोष जैन2 मनोज वर्मा 3.रॉकी दासवानी 4.अलीम बंसी 5.राजकुमार सोनी 6 सतीश जैन 7 सुनील सोनी8.अलका चंद्राकर 9 कैप्टन नीरज विक्रम 10.आकाश सोनी11 तुलेंद्र पटेल 12.संजय महानंद 13. पुष्पेंद्र सिंह 14.प्रदीप शर्मा 15 उर्वशी साहू 16.उपासना वैष्णव 17. तोरण राजपूत 18. प्रबोध रंजन साहू 19. विष्णु मंडल 20. काजल सोनबेर 21लक्ष्मण चौहान. सम्मान के पूर्व दर्शक उस समय चकित रह गए जब उन्हें पता चला कि अनुराग बासु एक कैप लगाए चुपचाप पीछे बैठ कर 1 घंटे से फिल्मों की स्क्रीनिंग देख रहे हैं।
कार्यक्रम की संयोजक प्रीति उपाध्याय ने किया धन्यवाद भाषण
कार्यक्रम की संयोजक प्रीति उपाध्याय ने विशेष रूप से धन्यवाद प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का किया।उन्होंने कहा की इतने बड़े कार्यक्रम का आयोजन और प्रेरणा उनके आशीर्वाद के बिना संभव नहीं थी।प्रीति ने छत्तीसगढ़ सरकार के संस्कृति विभाग तथा टूरिज़म बोर्ड का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही प्रीति ने कार्यक्रम के अन्य प्रायोजकों का भी आभार व्यक्त किया।
रायपुर आर्ट लिटरेचर एंड फ़िल्म को सफल बनाने हेतु प्रीति उपाध्याय ने विशेष तौर पर गौरव गिरजा शुक्ला,रॉकी दासवानी,मनहर चौधरी(दिल्ली), विवेक अग्रवाल, हितेश पटेल, अनुराग देवांगन अभिषेक प्रताप सिंह, सतेंद्र सिंह, विवेक ठाकुर, अरसल हैदर खान कौशल विश्वकर्मा, काशिफ़ चौधरी, अवनीश श्रीवास्तव, विकास उपाध्याय(बैंगलोर) तथा कुणाल शुक्ला को धन्यवाद एवं आभार दिया है